वर्ल्ड डेस्क। अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के चलते युद्ध के हालात बनते दिखाई दे रहे हैं। जहां एक दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने देश को संबोधित किया तो वहीं ईराक की राजधानी बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास के पास रॉकेट हमला हुआ है। बताया जा रहा है इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ है। जहां रॉकेट हमला हुआ, वहां सरकारी एजेंसियां और विदेशी दूतावास स्थित हैं। बुधवार देर बगदाद के ग्रीन ज़ोन में दो रॉकेट गिराए गए थे।
इराकी सेना का कहना है कि बगदाद के ग्रीन ज़ोन के अंदर दो कत्युशा रॉकेट गिराए गए, हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है। हालांकि अभी तक किसी ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर दागीं 22 मिसाइलें
अमेरिकी ड्रोन हमले में शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत से बौखलाए ईरान ने बुधवार सुबह इराक स्थित दो अमेरिकी सैन्य ठिकानों (बेस) को 22 बैलिस्टिक मिसाइलों से निशाना बनाया। ईरान ने हमले में 80 सैनिकों के मारे जाने का दावा किया। इसके साथ ही बदला पूरा होने और युद्ध आगे नहीं बढ़ाने की बात कही। वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति Donald Trump ने कहा, हमले में कोई सैनिक नहीं मारा गया है, केवल सैन्य बेस को थोड़ा नुकसान हुआ है। उन्होंने ईरान के नरम होते रुख की सराहना भी की। दोनों पक्षों के बयानों से खाड़ी में युद्ध भड़कने की आशंका पर विराम लगता दिख रहा है।
अमेरिका ने शुक्रवार को बगदाद हवाई अड्डे के बाहर ईरान के शीर्ष कमांडर सुलेमानी को ड्रोन हमले में मार गिराया था। तब से ही बदला लेने की बात कर रहे ईरान ने बुधवार को मिसाइलें दागीं और बदला पूरा होने का दावा किया। हमले की जानकारी देते हुए इराक की सेना ने बताया कि उसके यहां दो सैन्य बेस को 22 मिसाइलों से निशाना बनाया गया, जहां अमेरिकी सैनिक ठहरे थे।
वहीं देश के संबोधन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने कहा ईरान के मिसाइल हमले में हमें कोई भारी नुकसान नहीं हुआ है और न ही किसी अमेरिकी की मौत हुई है। सिर्फ सैन्य ठिकाने को थोड़ा बहुत नुकसान पहुंचा है। ट्रंप ने एक बार फिर दोहराते हुए कहा कि ईरान को परमाणु ताकत बनने का अपना सपना छोड़ देना चाहिए। Donald Trump ने कहा कि जब तक मैं राष्ट्रपति हूं, ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति कभी नहीं दी जाएगी। अमेरिका के पास कई ताकतवर मिसाइलें हैं, लेकिन हम शांति चाहते हैं और उनका इस्तेमाल करना नहीं चाहते