पारुल पांडेय । Navpravah.com
रेटिंग- ****/5*
स्टार कास्ट- दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह, शाहिद कपूर, अदिति राव हैदरी
डायरेक्टर- संजय लीला भंसाली
लेखक- संजय लीला भंसाली, प्रकाश कपाड़िया
भले ही करणी सेना ‘पद्मावत’ फिल्म के विरोध में सब कुछ कर गुज़र रही है, लेकिन वेदना से वीरता का सफर तय करने वाली यह फिल्म रानी पद्मिनी की गौरवगाथा से कम नहीं है। राजपूतों की आन-बान-शान का प्रदर्शन इस फिल्म में बेहतरीन तरीके से दर्शाया गया है।
कहानी-
फिल्म की कहानी मलिक मुहम्मद जायसी द्वारा लिखित ‘पद्मावत’ पर आधारित है। इस फिल्म में राजपूत रानी पद्मावती का साहस, बुद्धिमानी और उनकी खुबसूरती का कायल अलाउद्दीन खिलजी रानी पद्मिनी को देखने की चाह से चितौड़ पहुंचता है, जिसके बाद वह चितौड़ पर हल्ला बोल देता है और अपनी कूटनीति और धोखेबाजी से चितौड़ जीत लेता है। सनक, जुनून और अय्याशी से भरा अलाउद्दीन खिलजी भले चितौड़ जीतने में कामयाब हो जाता है, लेकिन रानी का मुख देखने की खिलजी की शर्त को मेवाड़ के राजा रावल रतन सिंह मिट्टी में मिला देते हैं और खिलजी को मात्र रानी के प्रतिबिंब से ही संतोष करना पड़ता है।
राजपूतों की शान को मेवाड़ के राजा रावल रतन सिंह के किरदार में बखूबी पेश किया गया है। वहीं अलाउद्दीन खिलजी का अभिनय लोगों को पीछे जाकर कल्पना में डूबने पर मज़बूर कर देता है। रानी पद्मावती के जौहर का साहस रोंगटे खड़े कर देने वाला है। जलालुद्दीन खिलजी के किरदार में राजा मुराद भी बेहद दमदार नज़र आए हैं, वहीं अलाउद्दीन खिलजी की बेगम बनीं अदिति राव हैदरी की कलाकारी क़ाबिल-ए-तारीफ़ है।
संजय लीला भंसाली के शानदार सेट आँखों को बांध लेते हैं। इंटरवल के बाद की फिल्म में खिलजी और राजा रावल की सेना देखकर कहीं-कहीं बाहुबली फिल्म की याद भी आ जाती है। भंसाली के कैमरे ने दीपिका की खूबसूरती को इतना उभारकर दिखाया है कि उनके आगे पीछे की सारी चीजें जैसे नज़र ही नहीं आती। भारीभरकम लहंगा और सुन्दर जेवरों से सजी दीपिका राजपूत रानियों का राजपुताना ठाट दिखाते हैं।
संजय लीला भंसाली की कहानी लोगों को इतना अपनी ओर खींच लेगी की आपका तीन घंटा कब गुजरा यह पता भी नहीं चलेगा।
संगीत-
‘घूमर’ और ‘एक दिल एक जान’ गाना बेहद कर्णप्रिय है। हालांकि फिल्म में और गाने भी हैं, लेकिन ऐसा लगता है जैसे ये गानें केवल फिल्म के समय को कवर करने के लिए बनाए गए हैं।
On point 👌👌