नई दिल्ली।। दुनिया में कच्चा तेल सस्ता हो गया है फिर भी भारत में सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 3 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी है। दरअसल दुनिया में तेल पर छिड़े प्राइज वॉर के बीच कच्चे तेल के दाम में कमी आई है जिसके कारण पेट्रोल एवं डीजल के दाम में मामूली गिरावट हर दिन देखने को मिल रही हैं। हालांकि कीमतें गिरने का फायदा भारत में ग्राहकों को नहीं मिल रहा है। वहीं एक्साइज ड्यूटी 3 रुपए बढ़ाए जाने से ग्राहकों पर इसका असर भी ज्यादा नहीं होगा।
आपको बता दे, एक्साइज ड्यूटी बढ़ाए जाने के बाद भी ग्राहकों के लिए कीमतें थोड़ी कम हुई हैं। पेट्रोल की कीमतें 13 मार्च को दिल्ली-70, कोलकाता-72.70, मुंबई-75.70, चेन्नई-72.71 रुपए थीं तो वहीं 14 मार्च को कीमत दिल्ली-69.87, कोलकाता-72.57, मुंबई 75.57 और चेन्नई-72.57 रुपए हो गई है। इसके अलावा डीजल की कीमतें 13 मार्च को दिल्ली-62.74, कोलकाता-65.07, मुंबई-65.68, चेन्नई-66.19 रुपए थीं वो वहीं 14 मार्च को कीमत दिल्ली-62.58, कोलकाता-64.91, मुंबई-65.51 और चेन्नई-66.02 रुपए हो गई है।
गौरतलब है कि दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद बढ़ी आशंकाओं के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में भारी गिरावट आई है। इसकी वजह से भारतीय मुद्रा रुपया भी डॉलर के मुकाबले कमजोर हुआ है। ब्रेंट क्रूड पिछले दिनों 34 डॉलर प्रति बैरल के आसपास कारोबार कर रहा था। जानकारों के मुताबिक कोरोना के चलते आने वाले दिनों में कच्चे तेल में और भी ज्यादा गिरावट देखने को मिल सकती है। एक तरफ दुनिया में कोरोना वायरस की मार है, दूसरी ओर रूस-ओपेक देशों में कच्चे तेल के दाम पर बात नहीं बन पाई। रूस के साथ ओपेक देशों का तीन साल का समझौता तब खत्म हुआ, जब रूस ने नए दाम के सिस्टम पर हामी भरने से इनकार कर दिया। क्रूड ऑयल के मसले पर इस डील के न होने के कारण एशिया के शेयर बाजारों में भी हलचल बढ़ी और शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई।