नई दिल्ली. चीन सरकार क्या करोना वायरस के आंकड़े को छुपा रही है। ताइवान की एक कंपनी टेनसेंट ने अपनी रिपोर्ट में बताया था की करोना वायरस से 124023 लोग प्रभावित हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि 24589 लोगों की मौत करोना वायरस से हुई है। हालांकि बाद में कंपनी ने अपने आंकड़े बदल दिए। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अभी तक करोना वायरस से मरने वालों की संख्या 563 बताई गई है। वहीं 28018 मरीजों की पुष्टि की गई है।
चीन से शुरू हुआ यह करोना वायरस धीरे-धीरे दुनिया के कई देशों में पहुंच गया है। बुधवार तक हांगकांग में इस वायरस से पीड़ित 21 मरीज,मकाउ में 10 ताइवान में 11 भारत में 5 फिलीपीन जापान मैं करोना वायरस के मामले सामने आए हैं। हांग कांग और फिलीपीन में एक एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है।जापान में भी 10 लोग संक्रमित पाए गए हैं। जापान में 273 लोगों के नमूनों की जांच हो रही है। करोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या कई देशों में फैल चुकी है।
चीन सरकार पर करोना वायरस के मामलों को छुपाने का आरोप भी लग रहा है। सूत्रों के अनुसार टेनसेंट कंपनी ने जो आंकड़े जारी किए थे। वह चीन सरकार के दबाव में वापस ले लिए गए हैं। चीन के अंदर करोना वायरस के लाखों मरीज हैं। जो आधिकारिक आंकड़े से लगभग 80 गुना ज्यादा हैं। सूत्रों के अनुसार हॉन्ग कॉन्ग मकाउ और ताइवान से लगे हुए इलाकों में सबसे ज्यादा करोना वायरस फैला हुआ है।
चीन सरकार ने समय रहते इसकी जानकारी उजागर नहीं की। जिसके कारण भयावह रूप में यह बीमारी सारी दुनिया के देशों में फैल रही है। उल्लेखनीय है 2002-03 में भी चीन और हांगकांग में लगभग 650 लोगों की मौत इसी तरह से हुई थी। इसमें पहले सर्दी जुकाम और बुखार होता है।इसके बाद यह खतरनाक करोना वायरस में परिवर्तित हो जाता है। जो जानलेवा साबित होता है।