उप चुनावों की तारीख की घोषणा से पहले भाजपा पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुकी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ग्वालियर चंबल संभाग के चार दिवसीय दौरे पर हैं। दौरे के दूसरे दिन 11 सितंबर को डबरा में मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा की मांग को स्वीकार करते हुए घोषणा की कि डबरा में एयर कार्गो बनाया जायेगा। जिससे ना सिर्फ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि डबरा का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार डबरा क्षेत्र में एयर कार्गो हब (माल वाहक विमानों का अड्डा) स्थापित करेगी, जिससे डबरा का नाम प्रदेश व देश में ही नहीं पूरी दुनिया के मानचित्र पर स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि हम सब मिल-जुलकर डबरा क्षेत्र में विकास का नया अध्याय लिखेंगे। अगले तीन साल के भीतर दतिया की तरह डबरा को भी विकास में अग्रणी बनायेंगे। मुख्यमंत्री शुक्रवार शाम डबरा के स्टेडियम में आयोजित हुए विकास कार्यों के शिलान्यास एवं लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने इस अवसर पर सौगातों का पिटारा खोलकर केन्द्रीय कृषि, पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर तथा राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ लगभग 167 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। साथ ही सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत हितग्राहियों को सहायता भी वितरित की। कार्यक्रम में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी और उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि डबरा में आज विकास कार्यों की जो श्रृंखला शुरू हुई है वह थमेगी नहीं। साथ ही कहा कि यहाँ के बहुप्रतीक्षित लदेरा बांध का निर्माण भी किया जायेगा। उन्होंने कहा अगले तीन साल के भीतर सरकार डबरा सहित समूचे मध्यप्रदेश में कोई भी कच्चा मकान नहीं रहने देगी। सरकार सभी जरूरतमंदों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के मकान बनाकर देगी। उन्होंने इस अवसर पर जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 सितम्बर को लगभग पौने दो लाख जरूरतमंद लागों को ऑनलाइन कार्यक्रम के जरिए गृह प्रवेश करायेंगे।
लोकार्पण एवं शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने दोहराया कि प्रदेश सरकार हर गरीब को एक रूपए किलो की दर से खाद्यान्न मुहैया कराने के लिये कटिबद्ध है। इस कड़ी में 16 सितम्बर को अभियान बतौर गरीबों को पात्रता पर्चियाँ वितरित की जायेंगी। उन्होंने जिला कलेक्टर को मंच पर बुलाकर कहा यह सुनिश्चित करें कि डबरा सहित पूरे जिले के भीतर कोई भी पात्र गरीब परिवार खाद्यान्न पर्ची मिलने से वंचित न रहे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार ने युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिये कारगर कदम उठाए हैं। इस दिशा में सरकारी नौकरियों की भर्ती पर लगी रोक प्रदेश सरकार ने हटा दी है। मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश सरकार किसानों के कल्याण के लिये पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। सरकार ने बंद पड़ी योजनायें किसानों व गरीबों के हित में फिर से शुरू कर दी हैं। उन्होंने जानकारी दी कि 18 सितम्बर को किसानों के खाते में करोड़ों रूपए की बीमा राशि पहुँचाई जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा सरकार फुटपाथ पर काम करने वाले किसी भी भाई को परेशान नहीं होने देगी। इसके लिये सरकार द्वारा प्रधानमंत्री स्व-निधि योजना के तहत पथ विक्रेताओं को 10 10 हजार रूपए की मदद बिना ब्याज के दी जा रही है।
डबरा में आयोजित कार्यक्रम में स्वागत की लंबी श्रृंखला के बाद मंच पर सबसे पहले महिला एवं बाल विकास मंत्री एवं डबरा से संभावित भाजपा उम्मीदवार इमरती देवी आई। उन्होंने मंच से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधा, इमरती देवी ने कहा कि उन्होंने जब भी कमलनाथ जी से डबरा के विकास के लिए पैसे मांगे तो उन्होंने कहा चलो चलो अभी टाइम नहीं है, कहकर वापस लौटा दिया। लेकिन ये महाराज की कृपा है और मेरा सौभाग्य है कि अब उस पार्टी में हूँ जहाँ विकास के लिए ना सिर्फ पैसा है बल्कि इच्छा शक्ति भी है। इमरती देवी ने कहा कि प्रदेश की नई सरकार के साथ जुड़कर हम डबरा क्षेत्र के विकास के सपने को पूरा करने में सफल हो रहे हैं। मैंने मुख्यमंत्री जी से कहा कि अब तो नारियल फोड़ दो वरना जनता मेरा नारियल फोड़ देगी इसलिए भाई साहब ने आज डबरा को करोड़ों रूपए लागत के विकास कार्यों की सौगातें दी हैं। मंत्री इमरती देवी ने कहा कि हम डबरा क्षेत्र के किसान, मजदूर एवं कारोबारियों सहित सभी जरूरतमंदों के हित में काम करके दिखायेंगे।
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कहा कि नई सरकार बनते ही मध्यप्रदेश में 6 माह के भीतर ही मध्यप्रदेश का परिदृश्य बदल गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूरे प्रदेश को अपना घर व मंदिर मानते हैं। जबकि कमलनाथ केवल छिंदवाडा तक सोचते थे। जिस मुख्यमंत्री के पास अपने विधायक अपने मंत्री के लिए समय नहीं हो उसके लिए जनता के पास भी समय नहीं होगा। डॉ मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री की विकास की इच्छा शक्ति की बदौलत प्रदेश का तेजी से विकास हो रहा है। डॉ. मिश्र ने कहा कि मंत्री श्रीमती इमरती देवी के साथ मिलकर हम डबरा की तस्वीर बदलेंगे। गृह मंत्री डॉ. मिश्र ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान से डबरा में एयर कार्गो हब स्थापित करने के लिये पहल करने का आग्रह किया, जिसे मुख्यमंत्री ने सहर्ष स्वीकार कर लिया।
कार्यक्रम में मौजूद राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया एक अलग ही मूड में दिखाई दिये उन्होंने मंच ने कहा कि हमनें एक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विकास की लकीर से बड़ी लकीर खींचने की कल्पना की थी लेकिन कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह के साथ मिलकर ना सिर्फ हमें धोखा दिया। आज आप इमरती देवी और मुझे गद्दार कह रहे ही जबकि असली में गद्दार तो आप हो जिसने जनता के साथ गद्दारी की। और जो सरकार अपना वादा पूरा नहीं कर सके उसे सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। आज मेरा अपमान किया जा रहा है, अपशब्द कहे जा रहे हैं। मैं ये सब सह लूंगा लेकिन अपने क्षेत्र की जनता का अपमान बर्दाश्त नहीं करूँगा। उन्होंने कहा कि आज सबकुछ बदल गया है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ हम सब मिलजुलकर डबरा क्षेत्र के विकास की नई इबारत लिखेंगे। उन्होंने गृह मंत्री डॉ मिश्रा की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि डबरा में एयर कारगो हब स्थापित करने की पहल इस क्षेत्र के विकास में नए आयाम स्थापित करेगी। साथ ही पूरी दुनिया में डबरा की पहचान कायम होगी। श्री सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सच्चे जनसेवक हैं। इसलिये मध्यप्रदेश का विकास तेजी के साथ हो रहा है।
केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि कोरोना संकट के बाबजूद मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान डबरा के लिये लगभग 167 करोड़ रूपए की सौगातें लेकर डबरा की धरती पर आए हैं। उन्होंने कहा मध्यप्रदेश में वर्ष 2003 में नई सरकार बनने के बाद प्रदेश में बिजली उत्पादन एवं सिंचाई सुविधा के विस्तार के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आया है। ग्वालियर – चंबल अंचल सहित पूरे मध्यप्रदेश की तस्वीर बदली है। आगे आने वाले समय में मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे।
बीओटी के तहत 19 किमी. लम्बाई में बना ग्वालियर झाँसी मार्ग से ग्राम घोंघा वाया बिलौआ सड़क मार्ग लागत 7652 लाख, मुख्यमंत्री नल जल योजना के तहत ग्राम जौरासी में 461 परिवारों को नल कनेक्शन लागत लगभग 110 लाख, ग्राम पंचायत वीरमढ़ाना में गवंड और रपटा निर्माण वीरमढ़ाना से गढ़ी की ओर लागत 34.48 लाख, ग्राम पंचायत गढ़ी में गवंड और रपटा निर्माण गढ़ी से बंजारा का पुरा लागत 34.38 लाख, ग्राम पंचायत लदेरा में गवंड और रपटा निर्माण लखनपुरा से कब्रिस्तान लागत 33.16 लाख, ग्राम पंचायत जौरासी में गौशाला निर्माण लागत 27.72 लाख, ग्राम पंचायत कुम्हर्रा में गौशाला निर्माण लागत 27.72 लाख, ग्राम पंचायत लखनौती में गौशाला निर्माण लागत 27.72 लाख, ग्राम पंचायत मेहगांव में गौशाला निर्माण लागत 27.72 लाख, ग्राम पंचायत मिलघन में सामुदायिक भवन निर्माण लागत 18 लाख, ग्राम पंचायत खडवई में सामुदायिक भवन निर्माण खजुरिहाई लागत 18 लाख, ग्राम पंचायत सिरसा में सामुदायिक भवन निर्माण लागत 18 लाख, ग्राम पंचायत जनकपुर में पंचायत भवन निर्माण लागत 14.48 लाख, ग्राम पंचायत बडेराबुजुर्ग में सीपी डब्ल्यू निर्माण शाला प्रांगण एवं पंचायत भवन परिसर लागत 10.90 लाख, ग्राम पंचायत धई में सीपीडब्ल्यू निर्माण प्रा.वि. धई लागत 10.90 लाख, ग्राम पंचायत जनकपुर चैकडेम निर्माण 10.86 लाख, शा. प्रा. वि. बुजुर्ग भवन लागत 10.23 लाख, ग्राम पंचायत झाडोली में सामुदायिक भवन निर्माण लागत 10 लाख, ग्राम पंचायत सिरसा में उचित मूल्य की दुकान निर्माण लागत 10 लाख, ग्राम पंचायत रजियावर में उचित मूल्य की दुकान निर्माण लागत 10 लाख, शा.प्र.वि. किटोरा भवन लागत 8.80 लाख, शा.प्र.वि. जंगीपुर भवन लागत 8.80 लाख, आंगनबाड़ी भवन निर्माण चौमो लागत 7.80 लाख, आंगनबाड़ी भवन निर्माण देवरा लागत 7.80 लाख, आंगनबाड़ी भवन निर्माण नुन्हारी लागत 7.80 लाख, आंगनबाड़ी भवन निर्माण सेकरा लागत 7.80 लाख, आंगनबाड़ी भवन पुट्टी लागत 7.80 लाख, आंगनबाड़ी भवन निर्माण गिजोर्रा लागत 7.80 लाख, आंगनबाड़ी भवन निर्माण किटोरा लागत 7.80 लाख, आंगनबाड़ी भवन निर्माण सिली (कुम्हरी) लागत 7.80 लाख, आंगनबाड़ी भवन निर्माण चीनोर भागीरथ का पुरा लागत 7.80 लाख, आंगनबाड़ी भवन निर्माण बिलौआ 6+7 लागत 7.80 लाख एवं आंगनबाड़ी भवन निर्माण बिलौआ 1+9 लागत 7.80 लाख के कार्यों का लोकार्पण शामिल हैं। इसके अलावा अन्य विकास कार्य शामिल हैं।
100 बिस्तर सिविल अस्पताल भवन में उन्नयन एवं निर्माण कार्य लागत 650 लाख, लोहगढ़ पहुँचमार्ग डामरीकृत रोड़ 2.50 किमी. लागत 276.57 लाख, खेल मैदान निर्माण, वार्ड क्र.-28 चांदपुरा लागत 228 लाख, भितरवार रोड़ से कंचनपुर मार्ग 2 किमी. लागत 204.81 लाख, अर्रू पहुँच मार्ग डामरीकृत रोड़ 1.40 किमी. लागत 166.94 लाख, सिविल अस्पताल में आवासीय भवनों का निर्माण लागत 164 लाख, श्यामा प्रसाद मुखर्जी मिशन अंतर्गत ग्राम सिंहपुर में 164 परिवारों को नल कनेक्शन प्रदाय लागत 49.47 लाख, श्यामा प्रसाद मुखर्जी मिशन अंतर्गत ग्राम महारापुर में 443 परिवारों को नल कनेक्शन प्रदाय लागत 71.98 लाख, श्यामा प्रसाद मुखर्जी मिशन अंतर्गत ग्राम सकेरा में 240 परिवारों को नल कनेक्शन प्रदाय लागत 56.61 लाख, श्यामा प्रसाद मुखर्जी मिशन अंतर्गत ग्राम गोबरा में 209 परिवारों को नल कनेक्शन प्रदाय लागत 54.32 लाख, श्यामा प्रसाद मुखर्जी मिशन अंतर्गत ग्राम सेथोल में 195 परिवारों को नल कनेक्शन प्रदाय लागत 59.86 लाख, श्यामा प्रसाद मुखर्जी मिशन अंतर्गत ग्राम खेडी रायमल में 276 परिवारों को नल कनेक्शन प्रदाय लागत 75.99 लाख, श्यामा प्रसाद मुखर्जी मिशन अंतर्गत ग्राम लिधोरा में 256 परिवारों को नल कनेक्शन प्रदाय लागत 63.65 लाख, श्यामा प्रसाद मुखर्जी मिशन अंतर्गत ग्राम खजुराई में 178 परिवारों को नल कनेक्शन प्रदाय लागत 82.15 लाख, श्यामा प्रसाद मुखर्जी मिशन अंतर्गत ग्राम चौमो में 226 परिवारों को नल कनेक्शन प्रदाय लागत 60.26 लाख, श्यामा प्रसाद मुखर्जी मिशन अंतर्गत ग्राम छोटी अकबई में 211 परिवारों को नल कनेक्शन प्रदाय लागत 60.87 लाख, श्यामा प्रसाद मुखर्जी मिशन अंतर्गत ग्राम मिलघन में 234 परिवारों को नल कनेक्शन प्रदाय लागत 56.17 लाख, श्यामा प्रसाद मुखर्जी मिशन अंतर्गत ग्राम छीमक में 969 परिवारों को नल कनेक्शन प्रदाय लागत 160.48 लाख, जल जीवन मिशन अंतर्गत ग्राम बरखेड़ा में 197 परिवारों को नल कनेक्शन प्रदाय लागत 48.20 लाख एवं जल जीवन मिशन अंतर्गत ग्राम उदलपाडा में 148 परिवारों को नल कनेक्शन प्रदायलागत 37.21 लाख सहित अन्य विकास कार्यों का शिलान्यास शामिल है।