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Monday, May 13, 2024
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हिमाचल प्रदेश के मंडी में फटा बादल -जनजीवन अस्त-व्यस्त

शिखा पाण्डेय@नवप्रवाह.कॉम,

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हिमाचल प्रदेश के मंडी में बादल फटने की वजह से स्थानीयों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। पिछले दो दिन से हो रही भारी बारिश के चलते कई मकान धराशायी हो गए है और इलाके के कई मकान डूब गए हैं।

शनिवार सुबह मंडी के धर्मपुर इलाके में बादल के फट जाने के चलते घर से निकले लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अत्यधिक बारिश की वजह से बस स्टैंड और सड़कें भी डूब गईं हैं जिसके चलते यातायात भी काफी प्रभावित हुआ है।

भारी बारिश के कारण धर्मपुर बस स्टैंड और कुछ बसें भी पानी में डूब गई हैं। जानकारी बस स्टेशन पर कई लोग फंसे हुए हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक तीन लोगों की मृत्यु भी हुई है।

हालाँकि धर्मपुर के स्थानीय नेताओं का कहना है कि उन्हें किसी तरह की सरकारी सहायता नहीं मिली है। इस मामले में सरकार जनता की दिक्कतों की भी अनदेखी कर रही है।

पाकिस्तान की जुबां खींच लो – सामना

अमित द्विवेदी@नवप्रवाह.कॉम,

अमित द्विवेदीशिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में पाकिस्तान पर ज़ोरदार हमला बोला है। संपादकीय में लिखा है कि प्रधानमंत्री  आतंकवाद पर 15 अगस्त को टिप्पणी करेंगे, लेकिन उसके पहले ही हमें पाकिस्तान की जुबां खींच लेनी चाहिए।

यही नहीं, सम्पादकीय में स्पष्ट किया गया है कि पाकिस्तान को लगता है कि वह हम पर बेम फेंकेगा तो हम उसपर पानी का बौछार करेंगे।

गौरतलब है कि आतंकवाद के मामले पर शिवसेना का रवैया हमेशा स्पष्ट रहा है। संपादकीय में पाकिस्तान ख़ुफ़िया एजेंसी, इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस के पूर्व चीफ और आर्मी के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल हामिद गुल के उस ट्वीट पर भी निशाना साधा गया है जिसमे लिखा गया है कि अगर भारत रास्ते पर नहीं आया, तो हम दिल्ली और मुम्बई को आज का हिरोशिमा और नागासाकी बना देंगे।

मुखपत्र के संपादकीय के मुताबिक़, पाकिस्तान परमाणु हथियार की धौंस हिन्दुस्तान को देने की गलती न करे। हमारे पास पानी के गुब्बारे नहीं है।

आगे लिखा गया है कि भारत पर आतंकी हमला करने वाले गैंगस्टर को तत्काल खत्म कर देना चाहिए। धमकी देने लायक छोड़ा ही नहीं जाना चाहिए।

संसद में बीजेपी को मिल सकता है सपा का समर्थन!

अमित द्विवेदी@नवप्रवाह.कॉम,

अमित द्विवेदीसंसद में बिलों को लेकर चल रहा विरोध कुछ कम हो सकता है. सूत्रों की मानें तो समाजवादी पार्टी के समर्थन से मोदी सरकार की मुश्किलें कुछ कम हो सकती हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ इन दिनों सपा मुखिया मुलायम सिंह भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के संपर्क में हैं. राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा है कि सपा मुखिया कांग्रेस का साथ छोड़ भाजपा का दामन थाम सकते हैं.

उसकी एक बड़ी वजह यह भी बताई जा रही है कि मुलायम उत्तर प्रदेश में केंद्र की दखलंदाज़ी नहीं चाहते. केंद्र से आर्थिक सहायता में आने वाली अड़चनें ख़त्म करना भी एक बड़ी वजह है.

संसद की गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने के लिए भाजपा ने कांग्रेस के साथ विरोध कर रही पार्टियों को मैनेज करने की कवायद शुरू कर दिया है. सूत्रों की मानें तो इस सन्दर्भ में सपा मुखिया से बातचीत भी शुरू है. हालाँकि इस मामले में भाजपा के कुछ नेताओं ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है. हमने देश के हित में सारे निर्णय लिए हैं, इसलिए हमें किसी से मिलने और गुप्त वार्ता करने की आवश्यक्ता नहीं है.

वहीं कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने चुटकी लेते हुए कहा कि ऐसा क्या हुआ जो नेता जी (मुलायम सिंह) अचानक राह बदलने की फिराक में हैं.

याकूब की अपील खारिज करने वाले सुप्रीम कोर्ट के जज को जान से मारने की धमकी

इंद्रकुमार विश्वकर्मा @ नवप्रवाह.कॉम

Indrakumarमुंबई बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन की फांसी रोकने से इन्कार करने वाले सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति दीपक मिश्र को जान से मारने की धमकी दी गई है। गुमनाम चिट्ठी मिलते ही इसकी सूचना तुरंत तुगलक रोड थाना समेत पुलिस कंट्रोल रूम को दे दी गई। चिट्ठी मिलने के बाद उनके सरकारी आवास की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। आवास के आसपास पुलिस फोर्स के अलावा कमांडो भी तैनात कर दिए गए हैं। आवास के आसपास से गुजरने वालों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।

मुंबई में 1993 में हुए सीरियल ब्लास्ट के जिम्मेदार अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के सहयोगी याकूब मेमन की फांसी की सजा रोकने से इंकार करने वाली सुप्रीम कोर्ट के तीन सदस्यीय खंडपीठ में न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति प्रफुल्ल पंत व न्यायमूर्ति अjustice-dipak-mishraमिताव राय शामिल थे।

जांच में क्राइम ब्रांच व स्पेशल सेल  समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियां जुट गई हैं।  नई दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) विजय सिंह ने इसकी पुष्टि की है।

उल्लेखनीय है कि याकूब के अधिवक्ता ने दो बार  खंडपीठ के समक्ष फांसी रोकने के लिए पुनर्विचार याचिका दायर की थी। खंडपीठ का नेतृत्व दीपक मिश्रा ने किया था। 1993 के बम धमाकों में 257 लोगों की मौत हुई थी और याकूब को इस मामले में 2007 में दोषी ठहराया गया था। मेमन की फांसी के बाद 30 जुलाई को ही तीनों जजों की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। इनके आवास पर आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी सी.आर.पी.एफ. के जवानों पर है।

बचपन से ही जिद्दी रही हैं प्रियंका..

संजय मिश्रा ‘कात्यानी’ @ नवप्रवाह.कॉम,

Sanjay Katyani

मुंबई. वेटरन एक्टर अनुपम खेर का टॉक शो ‘द अनुपम खेर शो’ का दूसरा सीजन कलर्स चैनल पर शुरू हो चुका है। सीजन का पहला एपिसोड 2 अगस्त को प्रसारित किया गया और पहली गेस्ट बनीं बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा। अनुपम से बातचीत के दौरान प्रियंका ने अपने बारे में कई दिलचस्प बातें शेयर कीं। डालते हैं कुछ खास पर एक नजर :

1. चाहिए पिता जैसा पार्टनर

प्रियंका की मानें तो वे अपनी जिंदगी में कोई ऐसा पार्टनर चाहती हैं, जो बिल्कुल उनके पिता की तरह फनी और चार्मिंग हो। उनका मानना है कि ऐसे शख्स को ढूंढना कोई मुश्किल काम नहीं है।

2. बचपन से ही जिद्दी रही हैं प्रियंका

प्रियंका ने ‘द अनुपम खेर शो’ के दौरान बताया कि वे बचपन से ही जिद्दी रही हैं। बिना किसी गिल्ट या पछतावे के वे कभी भी-कहीं भी ‘नहीं’ कहने को तैयार रहती थीं। शायद यही वजह है कि ‘No’ उनका फेवरेट वर्ड बन गया।

3. खुद को मानती हैं बिगडैल

प्रियंका खुद को बिगडैल मानती हैं। सात सालों तक परिवार की अकेली लड़की होने कारण उनका पालन-पोषण बड़े लाड़-प्यार से हुआ है। वे बड़े गर्व के साथ कहती हैं, “मैं अभी भी बुआओं और मौसियों की फेवरेट हूं।”

4. बचपन में थीं बातूनी

बचपन में प्रियंका बहुत बातूनी थीं और अक्सर लोगों की मिमिक्री किया करती थीं।

5. 16 साल की उम्र में हुई नस्लीय टिप्पणी

जब प्रियंका 16 साल की थीं तो अमेरिका में स्टडी के दौरान उनपर नस्लीय टिप्पणी की जाती थी। प्रियंका के अनुसार, अफ्रो-अमेरिकन लोग उन्हें ब्राउनी कहकर छेड़ते थे और कुक करी कहकर ताना मारा करते थे। कभी-कभी उनके सांवले रंग के कारण भी उन्हें चिढ़ाया जाता था।

6. सीखने में रखती हैं विश्वास

प्रियंका सीखने में विश्वास रखती हैं। जब भी उन्हें लोगों से कुछ अच्छा सीखने को मिलता है, वे पीछे नहीं रहतीं। उनके अनुसार, उन्होंने अक्षय कुमार से पाबंद होना सीखा है तो अमिताभ बच्चन के वाक्य ‘कोई भी रोल छोटा या बड़ा नहीं होता, यह आपके अभिनय पर निर्भर करता है कि लोग आपको कैसे लेते हैं’ से प्रेरणा मिली।

7. प्रियंका को रिझा पाना नहीं आसान

प्रियंका को रिझा पाना आसान नहीं है। उन्होंने ‘द अनुपम खेर शो’ में उस शख्स का खुलासा किया, जिसने उनका दिल जीता था। प्रियंका के अनुसार, उनके पेरेंट्स ने उन्हें 8 कैरेट की डायमंड रिंग गिफ्ट की थी। उनका मानना है कि पिता ने उनके पार्टनर के लिए काफी बड़ा बेंचमार्क सेट कर दिया गया है।

8. ‘कुछ भी हो सकता हैं’ मोमेंट

प्रियंका चोपड़ा ने खुलासा किया है कि मिस वर्ल्ड का ताज जीतना उनके लिए ‘कुछ भी हो सकता है’ मोमेंट था। उन्हें आज भी यह सोचकर आश्चर्य लगता है कि कैसे एक 18 साल की लड़की, जिसे कभी हाई हील पहनने या मॉडलिंग का अनुभव नहीं रहा, को इस तरह की सफलता हाथ लग सकती है।

9. असफल होना पसंद नहीं

प्रियंका को असफलता से नफरत है। वे हर हाल में जीतना चाहती हैं। उन्हें कुछ खोना बिल्कुल पसंद नहीं।

10 .बनना चाहती थीं इंजीनियर

प्रियंका कभी इंजीनियर बनना चाहती थीं, जबकि उनके पिता डॉक्टर थे और मां भी इसी लाइन से जुड़ी हुई हैं। प्रियंका की मानें तो वे खून नहीं देख सकतीं। यहां तक कि ऐसी सिचुएशन में वे बेहोश भी हो सकती हैं।

-(लेखक वरिष्ठ फ़िल्म पत्रकार हैं।)

राधे माँ हो सकती है गिरफ्तार, नर्क बना दिया एक विवाहिता का जीवन

अमित द्विवेदी@नवप्रवाह.कॉम,

अमित द्विवेदी

स्वयं को धर्मगुरु और देवी का अवतार बताने वाली राधे माँ की मायावी कृत्यों की कलई खुलती नज़र आ रही है। इन्हीं वजहों से ही राधे माँ नामक इस महिला पर गिरफ्तारी की तलवार भी लटकती नज़र आ रही है। दरअसल खुद को राधे माँ की संज्ञा देने वाली इस महिला ने एक लड़की का जीना दुश्वार कर दिया था, जिससे आजिज़ आकर लड़की को प्रशासन का सहारा लेना पड़ा। और पीड़िता ने राधे माँ के खिलाफ नज़दीकी पुलिस स्टेशन में मामला भी दर्ज़ करा दिया।

एक हाथ में त्रिशूल धारण कर दूसरे हाथ से कृपा बरसाने का स्वांग रचकर आम जनमानस की श्रद्धा का मज़ाक उड़ाने वाली राधे माँ की वजह से परेशान निक्की गुप्ता नाम की एक महिला ने राधे मां को बेनकाब कर दिया है। पीड़िता का कहना है कि राधे माँ की वजह से उसका जीवन नर्क जैसा हो गया था।

निक्की के अनुसार जब तक वह और उनके पति हनीमून के लिए बाहर गए थे, तब तक सब सही चला। लेकिन वहाँ से आने के बाद से ही राधे माँ के कहने पर उनके पति ने अपने ससुराल से पैसे मांग कर लाने को कहा। निक्की ने जब यह बात अपने माँ बाप से की तब उन लोगों ने पैसे देने से साफ़ मना कर दिया। जिसकी वजह से उसके पति ने उसे लगातार प्रताड़ित किया। निक्की के मुताबिक़ उनसे नौकरों की तरह बर्ताव किया जाता रहा और आए दिन घर से बाहर निकाल देने की धमकी दी जाने लगी।

जानकारों के मुताबिक़ राधे मां के आदेश के बगैर परिवार में कोई फैसला नहीं होता और इन दोनों की शादी भी राधे मां की इजाजत से ही हुई थी। लेकिन राधे माँ स्वयं के स्वागत के लिए निक्की के पिता के सामने तमाम शर्ते रखीं थी। जिसमे मंडप तक हेलीकॉप्टर से बुलाए जाने की शर्ट अहम थी। इस तरह की तमाम नवाबी शर्तों के पूरा न होने के चलते राधे माँ खुन्नस में थी। उसके बाद से राधे माँ नामक इस महिला ने निक्की का जीवन बर्बाद कर दिया है। पीड़िता ने बताया कि इसने हमें हनीमून ट्रिप ख़त्म होने के पहले ही लौटने का आदेश दे दिया।

पीड़िता के मुताबिक 30 अप्रैल 2012 को उसकी शादी मुंबई के नकुल गुप्ता से हुई। नकुल गुप्ता मनमोहन गुप्ता जोकि राधे माँ के भक्त हैं उनका भांजा है।
मालाड (मुम्बई) में एमएम मिठाईवाला के नाम से जाना जाने वाला गुप्ता परिवार के मुखिया मनमोहन गुप्ता की राधे मां पर खास श्रद्धा है।

एमपी के हरदा में बड़ी रेल दुर्घटना, ट्रैक धंसने की वजह से 22 लोगों की मौत

अमित द्विवेदी@नवप्रवाह.कॉम,

अमित द्विवेदी

मध्य प्रदेश के हरदा ज़िले के पास कामायनी और जनता एक्सप्रेस के डिब्बों के पटरी से उतर जाने की वजह से एक भारी दुर्घटना हुई है, जिसमे अब तक 22 लोगों की जान जाने की खबर है। रेल अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक़ रेलवे ट्रैक पर अचनाक से पानी के तेज़ बहाव की वजह से दोनों ट्रेनों के डिब्बे पटरी से उतर गए।

मंगलवार रात लगभग 12 बजे हरदा से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर मुंबई से बनारस जा रही कामायानी एक्‍सप्रेस पटरी से उतर गई और उसी जगह जबलपुर से मुम्बई जाने वाली जनता एक्सप्रेस भी पटरी से उतर गई। जानकारी के मुताबिक़ भारी बारिश और बाढ़ की वजह से रेल ट्रैक अंदर धंस गया, जिसके चलते यह भारी दुर्घटना घटी।

हालाँकि रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि अधिकतर यात्रियों को बचाया जा चुका है, लेकिन फिलहाल मृतकों की संख्या 22 तक (ख़बर लिखे जाने तक) पहुँच चुकी है।

अब तक 35 गाड़ियां हुई प्रभावित-

प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ इस पूरे हादसे से इटारसी रुट की 35 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। जिसकी वजह से यात्रा पर भी इसका असर पड़ेगा। गौरतलब है कि हाल ही में इटारसी में कंट्रोल रूम में आग लग जाने की वजह से लगभग महीने भर उस रुट की यात्रा बाधित रही।

हालाँकि इस मामले में केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने जांच का आदेश दे दिया है।

हर संभव मदद की जाएगी- नरेंद्र मोदी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके दुःख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा कि हादसे में मृत और घायल लोगों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। यह बेहद दुखद घटना है। मैं प्रार्थना करता हूँ कि घायल यात्री यथाशीघ्र स्वस्थ हो जाएं। पूरे हादसे पर हम नज़र बनाए हैं, मौके पर अधिकारी पहुँच गए हैं, हर संभव मदद की जा रही है।

AIPMT परीक्षा का रिजल्ट 17 अगस्त को घोषित होने की संभावना

शिखा पाण्डेय@नवप्रवाह.कॉम

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ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट (AIPMT) परीक्षा का रिजल्ट 17 अगस्त को घोषित होने की संभावना है। 3 मई को परीक्षा होने के पहले ही आंसर की लीक होने की वजह से CBSE ने दोबारा यह परीक्षा 25 जुलाई को आयोजित किया था।

ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट में भाग लेने के लिए देशभर से करीब 6.23 लाख स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन किया था। जबकि इस परीक्षा के लिए देश भर में कुल 1,065 सेंटर्स बनाए गए थे। इस परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के लिए बोर्ड ने एक ड्रेस कोड भी लागू किया था। रिजल्ट देखने के लिए उम्मीदवारों को रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्म तारीख की जरूरत होगी।

गौरतलब है कि AIPMT की ‘आंसर-की’ 3 मई को रोहतक में लीक हो गई थी, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा रद्द करने का आदेश दे दिया था। टेस्ट की ‘आंसर-की’ परीक्षा से आधे घंटे पहले ही उम्‍मीदवारों के मोबाइल पर व्हाट्सएप के जरिए मिल गई थी। मामले में पुलिस ने रोहतक से 4 आरोपियों को गिरप्तार भी किया था।

सुरक्षा पर सोमनाथ भारती का विवादित बयान

अमित द्विवेदी@नवप्रवाह.कॉम,

अमित द्विवेदी

महिलाओं की सुरक्षा पर आम आदमी पार्टी नेता सोमनाथ भारती ने बेहद शर्मनाक बयान दिया है। महिलाओं की सुरक्षा को हमेशा अपने एजेंडे में रखकर कैश करने वाली पार्टी आप के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगर दिल्ली पुलिस की कमान अरविन्द केजरीवाल को सौंप दी जाए तो खूबसूरत महिलाएं आधी रात को भी बेहिचक घूम सकती हैं।

भारती के इस भद्दे कमेंट पर विपक्ष ने हमला बोलते हुए इसे अपमानजनक करार दिया है। वहीं सोशल मीडिया पर भी भारती के इस बयान की लोगों ने खूब निंदा की।

आम जनमानस का कहना है कि महिलाओं की सुरक्षा के नाम पर जनता से वोट मांगने वाली आम आदमी पार्टी इस मुद्दे के प्रति कितनी संजीदा है, इस बयान से पता चलता है।

वहीं कुछ लोगों का कहना है कि इस तरह की बेहूदी बातें करके ये नेता सिर्फ खबरों में बने रहना चाहते हैं। इनके लिए किसी की सुरक्षा को लेकर कोई चिंता नहीं है।

उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ नेता अरविन्द विश्वकर्मा ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी शर्मनाक है। किसी भी ज़िम्मेदार व्यक्ति से इस तरह के छिछले बयान की अपेक्षा नहीं की जाती। इस बयान के लिए इन्हें जनता से माफी मांगनी चाहिए।

गुरु से बड़ा न कोय..

भारत भूषण भारतेंदु @ नवप्रवाह.कॉम,

Bhartendu

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वरः | गुरु साक्षात् पर ब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नमः ||

परिवर्तनशील संसार में मानव शरीर इश्वर का बनाया का बनाया हुआ शुद्ध,पावन,निर्छल,चमचमाता हुआ घर है | जैसे घरों में कई द्वार  होते हैं उसी तरह शरीर में नव द्वार होते है जिस प्रकार घर को बनाने में पत्थर,रेती,सारिया,सीमेंट आदि लगता है उसी प्रकार शरीर रूपी घर बनाने में रक्त,मांस,हड्डी,मज्जा आदि की आवश्यकता पड़ती है |एक बात तो स्पष्ट है कि छोटे से कर्मचारी से लेकर बड़े इंजिनीअर तक का कोई न कोई गुरु अवश्य है इसमें कोई दो राय नहीं | जिनकी दिशानिर्देश से यह शरीर रूपी भवन का निर्माण हुआ है जिनका नाम मात्र लेने से शरीर के अन्दर अदभुत विद्युत् संचार हो जाता है जिनका वेद-पुराण प्रशंशा करने में थकते नहीं वही तो गुरु तत्व है | देविओं-सज्जनों गुरु तत्व इतना गूढ़ विषय है कि इनकी महिमा के आगे बड़े बड़े ऋषि महर्षि की प्रतिभा भी कुंठित हो जाती है |

अनेक गुरुओं के क्रम में महर्षि वशिष्ट ने माता पिता को प्रथम क्रम रख्खा है |

उपाध्यायान्द्शाचार्य आचार्याणा शतं पिता | पितुर्द्शगुणं माता गौरवेणातिरिच्यते ||(अ० ३)

सज्जनों इया संसार में माता से अधिक कष्ट सहने वाला सहने वाला कोई और नजर नहीं आता जसने हमें नव महीने गर्भ में रख्खा जन्मोपरांत जिस लाड-प्यार से हमारी सेवा की जरा सा बुखार होने पर रात्रि जागरण की बिस्तर गिला होने पर अपने गिले बिस्तर पर हमें सूखे विस्तर पर सुलाई तथा तमाम कष्ट सहे परन्तु हमें कष्ट नहीं होने दिया | उसके द्वारा किये उपकार से जन्म जन्मान्तर तक मुक्त नहीं हो सकते | उनकी सेवा तन,मन,धन से निःस्वार्थ भाव से करनी चाहिये वही पिता भी बड़े परिश्रम से हमारा पालन पोषण किया पढाया-लिखाया किसी योग्य बनाया कहीं कहीं देखने को मिलता है उनके उपकार तो छोड़ दीजिये उनसे बात तक करना फजीहत समझते हैं | देविओं सज्जनों आप अपने प्रथम गुरु रूपी माता पिता का सेवा करेंगे उन्हें प्रसन्न रखेंगे तो आपको जीवन भर अकारण सुख मिलता रहेगा |

माता,पिता,बड़ा भाई,राजा,मामा,श्वसुर,नाना,बाबा,वर्णज्येष्ट(ब्राह्मण),उपाध्याय ये दस गुरु कहे गए हैं |

वेदों में कही कही ब्रह्मज्ञानी पुत्र भी पिता को विलासी जीवन दूर व अध्यात्मिक जीवन पथ पर चलने का मार्ग दर्शन किया है जैसा की सामवेद में आंगिरस ऋषि ने अपने पिता को पुत्र कह के पुकारा था |

अंगिरा का पुत्र छोटी आयु में ही ऐसा विद्वान हो गया वह मंत्र द्रष्टा ऋषियों से भी आगे बढ़ गया और वेदों का रोचक व बैज्ञानिक ब्याख्यान करने में प्रसिद्द हो गया उन्होंने वेद का ब्याख्यान करते समय अपने पिता आदि लोंगो को पुत्रों कहकर संबोधित कर दिया जिससे पिता व वृधजनो ने बुरा मानते हुए कहने लगे तुम वेद वक्ता होकर हम लोगों का अपमान किया है यह सुन कर आंगिरस ने कहा “मै आपका गुरु हूँ” परन्तु वृद्धजन संतुस्ट नहीं हुए इसके निवारण के लिए देवताओं के पास गए देवो ने विचार के बाद कहा कि आंगिरस निश्चय आपके गुरु है क्यों कि वे मंत्र द्रष्टा व वेदिक तत्वज्ञान के ज्ञाता और ब्याख्यान करने वाले हैं |

विश्व का कोइ कार्य बिना किसी अनुभवी गुरु के बिना असंभव है जो मनुष्य उस काम को करके सफल हो चुका है यदि कठिन कार्य हो तो उसके पास रहकर सेवाकर प्रसन्न करके सिखाना पड़ता है जब लौकिक कार्यों का ये हाल है तब अध्यात्मिक साधना में तो गुरु की नितांत आवश्यकता होगी जहाँ पर कदम-कदम पर गिरने का डर रहता है | भारतीय साधना में गुरु परंपरा का बहुत ऊँचा स्थान है क्यों की गुरु बिन होत न ज्ञान, गुरु और इश्वर में कोई अंतर नहीं बल्कि शिष्य के लिए गुरु इश्वर से भी बड़ा है | जैसा की विदित है गुरु गोविन्द दोउ खड़े काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने गोविन्द दिओ बताय|

यही गुरु तत्व है | योग्य गुरु बामुश्किल से मिलते है आजकल तो गुरु घंटालों के घंटे ज्यादा बज रहें है बहुत से कामी,लोभी,कपटी गुरु का चोला धारण करने के कारण गुरुवेश कलंकित सा हो गया है | अर्थात गुरु को बनाने में सावधानी बरतना आवश्यक है | योग्य गुरु के गुण – सत्य को प्राप्त कर चुका हो,वेद  शास्त्रों का ज्ञान हो,परोपकारी हो,स्वभाव शुध्ध हो,इन्द्रियों को वश में किया हो,धन का लोभी न हो,ध्यानी व साधक हो,शांतिप्रिय हो,दयालु हो,योगविद्या में निपुण हो,धैर्य्शालिहो,चतुर हो,अब्यसनी हो,प्रियभाषी हो,पापों से परे हो,निश्कपटी हो,सदाचारी हो,निर्भय हो,स्त्रियों में अनासक्त हो,रहन सहन सादा हो,धर्म प्रेमी हो,शिष्य को पुत्र से बढ़कर प्यार करता हो |

स्त्रियों को किसी अन्य पुरुष से दीक्षित होने या किसी परपुरुष को गुरु बनाने की आवश्यकता नहीं है, परम गुरु पति ही है| विधवा स्त्री केवल परम पिता परमेश्वर को गुरु मानकर उन्ही का वंदन कर सकती है |जो धन और कामिनी का लोभी हो ऐसे गुरु घंटाल से दुरी बनाके रहने में ही भलाई है बाकि जानो आप | इससे ये भी नहीं समझना चाहिये की सद्गुरु है ही नहीं सच्ची चाह होने पर सद्गुरु मिल ही जाते हैं |भारत में हमारे पूर्वज बड़े बड़े धुरंधर ब्रह्मवेत्ता होते थे और उन्ही से हमारा भारत देश सर्वोन्नत माना जाता था जिसका मूल कारण उनके अंदर गुरु भाव,गुरु श्रद्द्दा,गुरु भक्ति,गुरु श्नेह प्रचुर मात्र में था |                          

        सर्वेषां शान्तिर्भवतु | सर्वेषां मंगलमभवतु