एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
मशहूर कार कंपनी ऑडी के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर यानी CEO रूपर्ट स्टेडलर को जर्मनी में गिरफ्तार कर लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूपर्ट पर पेरेंट कंपनी वोक्सवैगन के डीजल एमिशन यानी डीजल उत्सर्जन मामले में धोखाधड़ी का आरोप है। गिरफ्तारी की खबर जर्मनी के वकीलों की तरफ से आई है।
गौरतलब है कि जहां पिछले साल पैरेंट कंपनी फॉक्सवैगन अपनी डीजल गाड़ियों के प्रदूषण स्तर को छिपाने के लिए सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल की दोषी पाई गई थी वहीं अब धोखाधड़ी का यह नया मामला उसकी ऑडी कार पर लग रहा है।
इस बारे में ऑडी के सीईओ रूपर्ट स्टैडलर ने पिछले महीने मान लिया था कि ऑडी ए6 और ए7 मॉडल की 60,000 कारों में प्रदूषण के स्तर को छिपाने के लिए कंपनी ने सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया। उन्होंने ये भी बताया था कि ये 60 हजार गाड़ियां उन 8 लाख 50 हजार गाडियों से अलग हैं जो कंपनी ने 2017 के दौरान प्रदूषण सॉफ्टवेयर में बदलाव के लिए रिकॉल की थी।
गौरतलब है कि डीजल गाडियों के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर प्रदूषण छिपाने का खुलासा पहली बार सितंबर 2015 के दौरान हुआ था। जिसके बाद लंबी कानूनी प्रक्रिया के दौरान फॉक्सवैगन ने इस बात को माना था कि उसने अपनी 6 लाख फॉक्सवैगन कारों में साफ्टवेयर की मदद से प्रदूषण के स्तर को छिपाने की कोशिश की है।
इसके बाद फॉक्सवैगन के प्रमुख ने पूरी दुनिया से माफी मांगते हुए माना था कि उनकी कंपनी ने दुनियाभर में अपनी 1 करोड़ से ज्यादा गाड़ियों के सॉफ्टवेयर के साथ छेड़खानी करते हुए प्रदूषण टेस्ट पास करने की कोशिश की थी। जानकारों के मुताबिक कंपनी द्वारा सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से कारों द्वारा किए जा रहे प्रदूषण को 40 गुना कम करके दर्शाया जाता है।
इस महीने की शुरुआत में जर्मनी सरकार ने ऑडी के दो मॉडलों की करीब 60 हजार कारों को बाजार से वापस लेने का आदेश दिया था। इसका मकसद ये था कि इन कारों में लगे उस सॉफ्टवेयर को निकाला जा सके एमिशन कंट्रोल करता है। वोक्सवैगन के पूर्व चीफ एग्जीक्यूटिव मार्टिन विंटरकोर्न ने ये स्कैंडल सामने आने के बाद 2015 में ही इस्तीफा दे दिया था।