अनुज हनुमत,
केंद्र की मोदी सरकार पाकिस्तान के बीच 2,300 किमी सीमा क्षेत्र को सील करने की तैयारी कर रही है।इसी बाबत केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के गृहमंत्रियों से मुलाकात करेंगे।
जानकारी के मुताबिक सीमा सील करने के बाद इस क्षेत्र में सामान की आवाजाही, ट्रैफिक और लोगों के आवागमन के लिए 1 से 2 चेकप्वाइंट्स बनाए जाएंगे। इन चेक प्वाइंट्स को पूरे दस्तावेज दिखाने के बाद ही पार किया जा सकेगा। फ़िलहाल वाघा अटारी बॉर्डर भारत पाकिस्तान के बीच मुख्य चेक प्वाइंट है। बॉर्डर सील करने के इस प्रस्ताव के अंतर्गत वो क्षेत्र आएंगे, जिन्हें बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) कवर करती है।
सेना द्वारा सुरक्षित LOC क्षेत्र इस प्रस्ताव से बाहर होंगे। इस समय दोनों देशों के बीच 2 व्यावसायिक रुट हैं उरी- सलामाबाद और पुंछ- रावलकोट। इस योजना के तहत लोगों और सामान की आवाजाही सिर्फ 1 या 2 चेक प्वाइंट्स से होगी और बाकी सभी आवागमन के रास्तों को बंद किया जाएगा।
आपको बताते चलें कि इसके अलावा सरकार की यह भी योजना है कि सीमा पर सीसीटीवी, लेजर फेंस और मोशन सेंसर लगाए जाएं। सरकार की यह कोशिश है कि तकनीक का इस्तेमाल करके सीमा की सुरक्षा मजबूत की जाए, जिससे पठानकोट जैसे हादसे दोबारा न हों।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले सीमापार से आए आतंकियों ने पठानकोट में आर्मी के बेस कैंप पर हमला कर दिया था, जिसमें कई जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद जम्मू-कश्मीर के उरी में भी आतंकियों द्वारा किए गए एक हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे। इसके जवाब में हमले के 10 दिन बाद भारतीय सेना ने LOC पर सर्जिकल स्ट्राइक कर 38 आतंकियों को मार गिराया था। इसके बाद सीमा क्षेत्र के सभी गांवों को खाली कराया गया था।