सूचना प्रसारण मंत्री ने टेलिकॉम कम्पनियों को दी हिदायत

शिखा पाण्डेय । Navpravah.com
अपने मोबाइल फ़ोन पर धुंवाधार इंटरनेट स्पीड की कामना के साथ आप बेहतरीन से बेहतरीन ड्यूल सिम 4जी स्मार्टफोन तो खरीद लेते हैं, लेकिन आपको बेहतरीन इंटरनेट कनेक्शन के बावजूद वह स्पीड नहीं मिल पाती, जिसका दावा तमाम कंपनियां करती हैं। खासकर ड्यूल सिम स्‍लॉट वाले 4जी स्‍मार्टफोन में नेटवर्क स्‍पीड की दिक्‍कत आती है। इसी दिक्कत को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने मोबाइल कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे बेहतर टेक्‍नोलॉजी यूज करें ताकि इस समस्या से निजात मिल सके। बुधवार को संसद में केंद्रीय सूचना प्रसारण राज्‍यमंत्री पी.पी. चौधरी ने इसकी जानकारी दी।
पी.पी. चौधरी ने लोकसभा में बताया कि ट्राई की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक 4जी इनेबल्‍ड ड्यूल सिम वाले स्‍मार्टफोन्‍स में स्‍पीड से जुड़ी दिक्‍कत आती है। ट्राई के मुताबिक इन फोन्स में एक ही स्‍लॉट 4जी इनेबल्‍ड होता है। यह कई बार मैन्‍युफैक्‍चरर की तरफ से बता दिया जाता है। कुछ फोन्स में ये सुविधा होती है कि दोनों स्‍लॉट में से एक को 4जी डाटा के लिए चुना जाए।
उल्लेखनीय है कि इंडस्‍ट्री बॉडी ‘सीओएआई’ ने मार्च में आरोप लगाया था कि मार्केट में कई ऐसे अनटेस्‍टेड और अनसर्टिफाइड फोन आ गए हैं। ये फोन नेटवर्क क्‍वालिटी को खराब कर रहे हैं। देश में कॉल ड्रॉप बढ़ने की समस्‍या के पीछे भी यही फोन हैं। हालांकि मोबाइल इंडस्‍ट्री बॉडी इंडियन सेल्‍युलर एसोसिएशन (आईसीए) ने सेल्‍युलर ऑपरेटर्स के इन आरोपों को नकारा था। उन्‍होंने इससे इनकार किया था कि डिवाइस क्‍वालिटी कॉल ड्रॉप के लिए जिम्‍मेदार है। आईसीए ने कहा था कि वह किसी भी डिवाइस को अप्रूव करने के लिए तय नियमों को पूरी तरह से फॉलो करते हैं।

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