सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
पीएम मोदी ने आज 41वीं बार मन की बात की। पीएम ने इस बार भी स्वच्छता और विकास से जुड़ी कई बातें कही, पीएम ने कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की बधाई देते हुए की।
पीएम मोदी ने महर्षि अरबिन्दो को याद करते हुए कहा, “उन्होंने एक क्रांतिकारी के रूप में ब्रिटिश शासन को चुनौती दी और एक ऋषि के रूप में जीवन के हर पहलू के उत्तर भी खोजे।” पीएम ने महिला दिवस का जिक्र करते हुए कहा कि आर्थिक, सामाजिक क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी हम सब की जिम्मेदारी है। पीएम ने झारखंड की उन 15 लाख महिलाओं का जिक्र किया, जिन्होंने एक महीने तक स्वच्छता अभियान चलाया था।
पीएम ने आगे कहा, 8 मार्च को ‘अन्तरराष्ट्रीय महिला-दिवस’ मनाया जाता है, इस दिन देश में ‘नारी शक्ति पुरस्कार’ से ऐसी महिलाओं को सत्कार भी किया जाता है, जिन्होंने भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में अनुकरणीय कार्य किये हों।
पीएम ने कहा, इस बार बजट में ‘स्वच्छ भारत’ के तहत गाँवों के लिए बायोगैस के माध्यम से वेस्ट टू हेल्थ और वेस्ट टू एनर्जी बनाने पर ज़ोर दिया गया। पीएम ने कहा, ‘गोबर धन योजना’ के तहत ग्रामीण भारत में किसानों, बहनों, भाइयों को प्रोत्साहित किया जाएगा कि वो गोबर और कचरे को सिर्फ वेस्ट (waste) के रूप में नहीं, बल्कि आय के स्रोत के रूप में देखें और अधिक से अधिक धन अर्जित कर सकें।
पीएम ने आगे कहा कि लोगों को अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना होगा, क्योंकि अपनी सुरक्षा ही समाज की सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से दुर्घटनाएं होती हैं, लेकिन ज्यादातर जिंदगी को खतरे में डालने के लिए लोग खुद जिम्मेदार होते हैं।