अमित द्विवेदी,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर बार मन की बात कार्यक्रम के ज़रिए कई ज्वलंत और आवश्यक मुद्दों पर चर्चा करते हैं। और अक्सर अपनी बातों और उदाहरणों के ज़रिए जनमानस को प्रेरित करने का प्रयास करते हैं। इस बार भी उन्होंने ऐसे कई मुद्दों पर चर्चा की। टैक्स संबंधी मामले पर प्रधानमंत्री ने जनता का सहयोग माँगा साथ ही कड़ा रुख अख़्तियार करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि यदि अघोषित आय का खुलासा नहीं किया गया तो कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी क्योंकि ये मसला देश के विकास से जुड़ा हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम मन की बात में कहा कि 30 सितंबर तक अघोषित आय का खुलासा न करने पर संभावित दिक्कतों का सामना करने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दिए गए मौके का लाभ उठाएं और इसे सुअवसर समझकर सही जानकारी देकर देश के विकास में सहयोग करें।
पीएम ने कार्यक्रम में कहा कि एक जमाना था, कर (टैक्स) इतने व्यापक हुआ करते थे कि चोरी करना स्वभाव बन गया था, विदेश की चीजों को लाने में बाधाएं थी। करदाता को सरकार की कर-व्यवस्था से जोड़ना अधिक मुश्किल काम नहीं है, लेकिन फिर भी पुरानी आदतें जाती नहीं हैं।
प्रधानमंत्री ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि एक पीढ़ी को अभी भी लगता है कि सरकार से दूर रहना ज्यादा अच्छा है, मैं आग्रह करता हूं कि नियमों से भाग कर हम सुख-चैन गवां देते हैं। क्यों न हम स्वयं अपनी आय के संबंध में, अपनी संपत्ति के संबंध में, सरकार को अपना सही-सही ब्यौरा दे दें।
उन्होंने आगे कहा कि अघोषित आय का व्योरा देने के लिए भारत सरकार ने एक मौका दिया है। इसलिए आप अपनी अघोषित आय को घोषित कीजिए। 30 सितंबर तक अघोषित आय को घोषित करने के लिए विशेष सुविधा देश के सामने प्रस्तुत की गई है, जुर्माना देकर हम बोझ से मुक्त हो सकते हैं। स्वेच्छा से जो अपने मिल्कियत के संबंध में, अघोषित आय के संबंध में जानकारी देंगे, सरकार किसी भी प्रकार की जांच नहीं करेगी। उन्होंने जनता से अपील किया कि आप सभी के सहयोग से ही देश को सही दिशा दी जा सकेगी। इसलिए सभी सरकार के सहयोग में सामने आएं।