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दिल्ली विधानसभा में पेश किए गए जनलोकपाल बिल को लेकर आम आदमी पार्टी को एक और झटका तब मिला, जब अन्ना हजारे ने भी इसमें 3 कमियाँ गिना दी. अन्ना ने बिल देखने के बाद स्पष्ट किया कि उन्हें जो बिल दिखाया गया है, उसमे तीन प्रमुख सुधारों की आवश्यकता है. अन्ना के मुताबिक लोकपाल चुनाव समिति के लिए 7 लोगों के नाम तय किए गए थे, जबकि इस बिल में सिर्फ पाँच लोगों को ही जगह दी गई है.
बिल की 3 कमियों में से दूसरी कमी लोकपाल को निकालने की प्रक्रिया में है. फिलहाल जो कानून बनाया जा रहा है, उसमें जांच के बाद महाअभियोग चलाने के बाद दो तिहाई बहुमत से हटाने की बात हैं. अन्ना ने सुझाव दिया है कि दो तिहाई बहुमत से लोकपाल को निकालने की प्रक्रिया की जांच हाई कोर्ट की ओर से हो. उन्होंने कहा कि सज़ा को लेकर बनाया गया विधान इसकी तीसरी सबसे बड़ी कमियों में से एक है.
अन्ना ने कहा कि करप्शन पर ब्रेक लगाकर ही देश का विकास किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इन कमियों को समाप्त करके ही लोकपाल के उद्देश्य को सफल बनाया जा सकेगा. दिल्ली में आम आदमी को आम आदमी पार्टी से बड़ी उम्मीदें हैं, ऐसे में इन्हें अपनी कही बातों पर खरा उतरने की हर सभव कोशिश करनी चाहिए.
अन्ना हजारे ने कहा, हालाँकि आज भी अरविंद और उसकी टीम करप्शन के खिलाफ लड़ रही है. लेकिन इन बड़े बदलावों के बगैर यह प्रयास सफल नहीं हो सकता. बीच-बीच में कुछ न कुछ अडचने आती रहेंगी. अन्ना ने कहा कि देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को सहयोग करना होगा, तभी यह प्रयास अपना मूर्त रूप ले सकेगी. उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रयास में यदि केंद्र सरकार सहयोग नहीं करती और विरोध करती है तो उन्हें दुःख होगा.