हेल्थ डेस्क. ज्यादातर लोगों को सामान्य भोजन से ज्यादा प्रोसेस्ड फूड भाता है। इसमें पैकेट बंद चीजें जैसे, चिप्स, जूस, बिस्किट, केक, चॉकलेट वगैरह होते हैं। इनमें मौजूद चीजों का स्वाद ज्यादा मजेदार लगता है। आखिर क्या कारण है कि प्रोसेस्ड या जंक फूड हमें फल और सब्जियों से ज्यादा पसंद होते हैं?
रिपोर्ट्स की मानें तो एक पैकेट आलू के चिप्स में करीब 1,200 कैलोरी होती है जो लगभग 30 आड़ुओं के बराबर होती है। हम चिप्स का एक पैकेट तो आराम से खा लेते हैं, लेकिन उतनी ही ऊर्जा लिए 30 आड़ुओं को नहीं खा पाते। हाल ही में सेल मेटाबॉलिज्म में छपी एक रिसर्च के मुताबिक अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों या सस्ते औद्योगिक प्रोसेस्ड ऊर्जा स्रोत और पोषक तत्वों का सेवन करने से वजन तेजी से बढ़ता है। अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड चिप्स, कैंडी और कोल्ड ड्रिंक्स जैसे जंक फूड का एक फैंसी नाम है।
आड़ू और आलू के चिप्स की तुलना में चिप्स ज्यादा खाने का कारण चिप्स का बेहतर स्वाद है, रिसर्च के मुताबिक ऐसा मानना ठीक नहीं है। वैज्ञानिकों के मुताबिक जरूरत से ज्यादा खाने का स्वाद से लेना-देना नहीं है।
ऐसे हुआ रिसर्च में खुलासा?
चिप्स और कैंडी खाने को स्वास्थ्य समस्याओं से जोड़ कर देखा जाता है, लेकिन वैज्ञानिकों ने एक निश्चित सीमा में इनका सेवन करने पर ऐसा कोई संबंध नहीं पाया। अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान में किए गए प्रयोग में 20 स्वस्थ लोगों पर एक परीक्षण किया गया। ऐसे लोगों को चार सप्ताह तक एक समय एक अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाना और एक समय पर अनप्रोसेस्ड खाना दिया गया।
अनप्रोसेस्ड खाना भुने हुए मीट, जौ और सलाद से बना था जबकि प्रोसेस्ड फूड में हैमबर्गर, फ्रेंच फ्राइज, मैकरोनी और चीज शामिल था। दोनों कैलोरी, शुगर और फैट में समान थे। इन लोगों को दिन में तीन मील खाने की अनुमति थी और इसमें वे जितना खाना चाहें, उतना ज्यादा खा सकते थे।
रिसर्चर्स ने पाया कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का भोजन करने वाले लोगों ने दूसरे लोगों की तुलना में 500 कैलोरी ज्यादा खाना खाया। साथ ही दो सप्ताह के समय में ही एक किलो वजन बढ़ा लिया। अनप्रोसेस्ड खाना खाने वाले लोगों का लगभग एक किलो वजन कम हुआ।
इन लोगों ने अनप्रोसेस्ड खाने को अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाने की तुलना में पेट भरने वाला और संतुष्टि देने वाला पाया। उन्होंने अनप्रोसेस्ड मील के समय ज्यादा खाना खाया। शोध के मुताबिक अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाना खाने वाले लोगों ने तेजी से खाना खाया। इसलिए उनकी खाने की दर ज्यादा रही।
हाइली प्रोसेस्ड फूड सबसे पहले औद्योगिक क्रांति के दौरान आए थे क्योंकि ये सस्ते हुआ करते थे। अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड कम महंगे होते हैं और बनाने में भी आसान होते हैं।
रिसर्च के मुताबिक एक सप्ताह के अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाने की कीमत करीब 150 डॉलर और हाइपर प्रोसेस्ड खाने की कीमत 100 डॉलर होती है। रिसर्च के मुताबिक पश्चिमी देशों में लोग ये जानते हैं कि प्रोसेस्ड खाने से नुकसान हो सकता है लेकिन कम कीमत और सहूलियत के चलते वे प्रोसेस्ड खाने और अनप्रोसेस्ड खाने में प्रोसेस्ड खाने को चुन लेते हैं।