क्राइम डेस्क।। यह जुए की लत एक अच्छे इंसान को कितना बुरा बना सकती है जिसका उदाहरण गुरुग्राम में देखने को मिला है. जल्द ही में पुलिस की क्राइम यूनिट ने डेढ़ दर्जन बैंक डकैती की वारदातों को अंजाम देने वाले एक शख्स को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है. पुलिस के लिए सरदर्द बने चुके इस शख्स की असलियत अगर आप जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे. बैंकों में चोरी और डकैती जैसे कई वारदातों को अंजाम देने वाला ये शख्स सेना में सिपाही था. यही नहीं इसने पैरा कमांडो की ट्रेनिंग भी ली है.
पुलिस का मानना है कि आरोपी शख्स हरियाणा के चरखी दादरी का रहने वाला है. इसका नाम अनिल है. आरोपी ने अभी तक 20 से ज्यादा बैंकों में चोरी और डकैती की वारदातों को अंजाम दे चुका है. पुलिस ने बताया कि आरोपी अनिल सिपाही के तौर पर आर्मी में भर्ती हुआ. जिसके बाद पैरा कमांडो की ट्रेनिंग भी ली लेकिन फोर्स में ही उसे जुए की लत लग गई. इसी लत के चलते 38 साल का यह शख्स बैंकों में चोरी और डकैती का सरगना बन गया.
वहीं इस मामले में एसीपी का कहना है कि गुरुग्राम के बादशाहपुर, पटौदी और वजीरपुर जैसे इलाकों में भी आरोपी अनिल के गिरोह ने लाखों की चोरी की वारदातों को अंजाम दिया था, जिसमें पुलिस ने इसके 3 साथियों को पहले गिरफ्तार कर लिया था लेकिन अनिल फौजी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी. पुलिस ने बताया कि बीती 28 फरवरी को एक मुखबिर की सूचना पर आरोपी अनिल को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया गया था.
पुलिस रिमांड में आरोपी अनिल फौजी ने कई वारदातों को अंजाम देने की बात कबूली. साथ ही बीती 22 फरवरी को तमिलनाडु के बैंक में 2 किलो सोने और लाखों की डकैती की वारदात को भी कबूल लिया. एसीपी क्राइम ने बताया कि 2008 में जुए की देनदारी के चलते पहले आर्मी ने इसे भगौड़ा घोषित कर दिया, जिसके बाद ये गांव चला गया. इसके बाद इसने गांव में फिर से जुआ खेलना शुरू कर दिया और इसी लत की वजह से इसके ऊपर कर्ज बढ़ गया.
बढ़ते हुए कर्जे को देखते हुए इसने अपने ही गांव के बैंक में लाखों की चोरी की वारदात को अंजाम दे डाला. पुलिस की माने तो आरोपी अनिल जेल की हवा भी खा चुका है लेकिन जेल से बाहर आने के बाद वो फिर से बैंकों में चोरी और डकैती की वारदातों को अंजाम देने लगा. बहरहाल पुलिस ने आरोपी को रिमांड पर लेकर तफ्तीश शुरू कर दी है