Health Desk। हम अक्सर अपनी सेहत के लिए पानी को जिम्मेदार मानते हैं और कोशिश करते हैं कि अच्छा-साफ पानी पिएं। इसी वजह से हम अपने-अपने घरों में वॉटर प्योरीफायर लगवाते हैं ताकि साफ और शुद्ध पानी मिले।
ऐसा मानते भी हैं कि RO वॉटर सेहत क लिए लाभदायक होता है। लेकिन आपको बता दें कि ऐसा नहीं है। लगातार आरओ का पानी पीने वाले लोगों में बोन हेल्थ संबंधी समस्याएं आने लगी हैं।
खासतौर से महिलाओं में यह समस्या ज्यादा देखने में आ रही है। आप शायद ही जानते होंगे कि आरओ आपके लिए पानी साफ करता है बल्कि उसमें से जरूरी मिनरल्स को भी समाप्त कर देता है। इन्हीं मिनरल्स की कमी से ही हमारे स्वास्थ को गंभीर बिमारियों से परेशान रहना पड़ता है। आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं।
समझें गुड और बैड मिनरल्स
पानी में प्राकृतिक रूप से कुछ मिनरल्स मिले होते हैं। इन्हें दो श्रेणियों में रखा जाता है, गुड मिनरल्स और बैड मिनरल्स। पानी में मौजूद गुड मिनरल्स में केल्सियम, मेग्नीशियम और पोटाशियम शामिल हैं। जबकि बेड मिनरल्स में लेड, आर्सेनिक, बेरियम, एल्यूमीनियम आदि शामिल होते हैं। आरओ पानी को प्योरीफाइ करने की प्रक्रिया में इन दोनों ही तरह के मिनरल्स को नष्ट कर देता है। इससे पानी साफ तो हो जाता है, लेकिन उसकी उपयोगिता नष्ट हो जाती है।
खराब हो रही है बोन हेल्थ
लंबे वक्त से आरओ का पानी पीने वाले लोगों को दिल की बीमारी, कमजोरी, सिरदर्द , पेट खराब होना और थकान जैसे रोग हो रहे हैं। आरओ पानी को फिल्टर करते वक्त पानी से कैल्शियम और मैग्नीशियम को लगभग 90 प्रतिशत तक खत्म कर देता है। यह दोनों ही हड्डियों की मजबूती के लिए काफी जरूरी हैं। जो महिलाएं लगातार आरओ का पानी पी रही हैं, उन्हें तीस की उम्र के साथ ही हड्डियों संबंधी रोगों का सामना करना पड़ रहा है।
नहीं है इको फ्रेंडली
पानी को साफ करने की प्रक्रिया में आरओ बहुत सारा पानी बर्बाद कर देता है। यह हमारी ही नहीं, बल्कि पर्यावरण की सेहत के लिए भी अच्छा नहीं है। ऐसे समय में जहां पानी की किल्लत लगातार बढ़ती जा रही है, तब इतने पानी का बर्बाद हो जाना आगामी संकट के लिए जिम्मेदार हो सकता है।