सौम्या केसरवानी | navpravah.com
नई दिल्ली | पीएम मोदी ने शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया है, पीएम ने कहा कि, इनोवेटिव तरीकों के जरिए प्रतिभाशाली शिक्षकों को सम्मान देने के प्रयास किए जा रहे हैं, उन्होंने शिक्षकों को देश के युवाओं को विकसित भारत के निर्माण के लिए तैयार करने की जिम्मेदारी दी है।
पीएम मोदी ने सुझाव दिया है कि, पुरस्कार पाने वाले शिक्षक सोशल मीडिया पर एक-दूसरे से जुड़ें और अपने ज्ञान को साझा करें ताकि हर कोई कुछ नया सीख सके और सब इसका लाभ उठा सकें, उन्होंने एनईपी के प्रभाव पर चर्चा और मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करने के महत्व के बारे में भी बात की।
एक निजी न्यूज एजेंसी के अनुसार, पीएम मोदी ने सुझाव दिया है कि, शिक्षक अपने छात्रों को विभिन्न भाषाओं में स्थानीय लोककथाएं सिखाएं ताकि वे कई भाषाएं सीख सकें और भारत की सांस्कृतिक विविधता और इतिहास के बारे में जान सकें।
पीएम ने कहा कि, शिक्षक अपने छात्रों को नजदीकी विश्वविद्यालयों में ले जाएं और खेल आयोजन दिखायें, क्योंकि यह अनुभव उनके सपनों को उड़ान दे सकता है, उन्होंने कहा कि शिक्षकों को युवाओं को न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि जीवन की चुनौतियों से निपटने के लिए भी प्रोत्साहन देना चाहिए।
आपको बता दें कि, इस शिक्षक दिवस के मौके पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने देश भर में 82 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया था, एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इनमें स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के 50 शिक्षक, उच्च शिक्षा विभाग के 16 शिक्षक और केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के 16 शिक्षक शामिल थे।