अमित द्विवेदी@नवप्रवाह.कॉम,
संसद में बिलों को लेकर चल रहा विरोध कुछ कम हो सकता है. सूत्रों की मानें तो समाजवादी पार्टी के समर्थन से मोदी सरकार की मुश्किलें कुछ कम हो सकती हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ इन दिनों सपा मुखिया मुलायम सिंह भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के संपर्क में हैं. राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा है कि सपा मुखिया कांग्रेस का साथ छोड़ भाजपा का दामन थाम सकते हैं.
उसकी एक बड़ी वजह यह भी बताई जा रही है कि मुलायम उत्तर प्रदेश में केंद्र की दखलंदाज़ी नहीं चाहते. केंद्र से आर्थिक सहायता में आने वाली अड़चनें ख़त्म करना भी एक बड़ी वजह है.
संसद की गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने के लिए भाजपा ने कांग्रेस के साथ विरोध कर रही पार्टियों को मैनेज करने की कवायद शुरू कर दिया है. सूत्रों की मानें तो इस सन्दर्भ में सपा मुखिया से बातचीत भी शुरू है. हालाँकि इस मामले में भाजपा के कुछ नेताओं ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है. हमने देश के हित में सारे निर्णय लिए हैं, इसलिए हमें किसी से मिलने और गुप्त वार्ता करने की आवश्यक्ता नहीं है.
वहीं कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने चुटकी लेते हुए कहा कि ऐसा क्या हुआ जो नेता जी (मुलायम सिंह) अचानक राह बदलने की फिराक में हैं.