एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
फर्जी खबर चलाने वाले पत्रकारों की मान्यता रद्द करने के फैसले को पीएम मोदी ने वापस लेने का आदेश दिया है। पीएम ने यह साफ कर दिया है कि ऐसा कोई भी फैसला नहीं लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि फेक न्यूज से जुड़े सभी मामले भारतीय प्रेस परिषद में देखे जाएंगे। सोमवार को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने विज्ञप्ति जारी की थी। कि फेक न्यूज लिखने वाले पत्रकारों की मान्यता हमेशा के लिए खत्म कर दी जाएगी।
कल रात पत्रकारों की मान्यता से संबंधित नए बदलाव का आदेश दिया था। इसमें फर्जी खबर चलाने वाले पत्रकारों की मान्यता रद्द करने के प्रावधान किए गए थे।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने विज्ञप्ति जारी करके बताया कि फेक न्यूज लिखने वाले पत्रकारों की मान्यता हमेशा के लिए खत्म कर दी जाएगी।
क्या थे नए प्रावधान?
पहली बार फेक न्यूज साबित होने पर 6 महीने के लिए पत्रकार की मान्यता निलंबित किए जाने का प्रावधान था।
दूसरी बार साल भर के लिए और तीसरी बार ऐसी शिकायत मिलने पर हमेशा के लिए मान्यता रद्द किए जाने का प्रावधान था।
मंत्रालय ने कहा कि अगर फर्जी खबर के मामले प्रिंट मीडिया से संबद्ध हैं तो इसकी कोई भी शिकायत भारतीय प्रेस परिषद को भेजी जाएगी और अगर यह इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से संबद्ध पाया जाता है तो शिकायत न्यूज ब्रॉडकास्टर एसोसिएशन को भेजी जाएगी ताकि यह साबित हो सके कि खबर फर्जी है या नहीं है।