शिखा पाण्डेय । Navpravah.com
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में कई कंपनियों के 200 युवा सीईओज़ के साथ आज बैठक की। मोदी ने कहा कि देश के हर नागरिक को लगना चाहिए कि ये देश मेरा है, मुझे इसे आगे बढ़ाना चाहिए।
नीति आयोग की ओर से मंगलवार को आयोजित 200 यंग सीईओ के इस प्रोग्राम में मोदी ने सीइओज़ से कहा कि आप ही मेरी टीम हैं और देश के प्रति आप सभी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। मोदी ने कहा कि समस्याएं और कठिनाइयां हैं। उन्होंने कहा, “मैं जहां से हूं, मैं वहां से उसका हल निकालूंगा। सरकार भी अपनी ओर से प्रयासरत है।
पीएम ने कहा कि एग्री प्रोडक्ट्स के एक्सपोर्ट के प्रति ध्यान देने की जरूरत है। इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी के चलते हर साल करीब 1 लाख करोड़ रुपए का एग्री प्रोडक्ट्स बर्बाद हो जाता है। ऐसे कई मुद्दों पर चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि 2017 से 2022 तक कहाँ पहुंचना है, इसपर हमें विचार करना होगा। उन्होंने युवा सीईओज़ से आह्वान किया कि वे भी देश की प्रगति के सैनिक बनें। हर युवा आधुनिक भारत के निर्माण में योगदान दे।
प्रधानमंत्री ने कहा, “अगर हमारी सैकड़ों साल की गुलामी देखें, तो एक साल ऐसा नहीं गया कि हिंदुस्तान के किसी ना किसी कोने में से आजादी के लिए आवाज ना उठी हो।” मोदी ने कहा कि मन में देश के लिए काम करने का भाव होना जरूरी है। सैकड़ों सालों से लोग देश के लिए बलिदान करते आ रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘हर व्यक्ति आजादी चाहता था, लेकिन गांधीजी ने कुछ अलग किया। उन्होंने हर व्यक्ति को यह आभास कराया कि वह राष्ट्र के लिए काम कर रहा है,जिसके बाद किसान किसानी आज़ादी के लिए करने लगा, सफाईकर्मी सफाई देश की आज़ादी के लिए करने लगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘गांधी जी ने आजादी की लड़ाई को जन आंदोलन में बदल दिया, लेकिन आजादी के बाद हम विकास को जन आंदोलन नहीं बना पाए।’’ मोदी ने कहा कि आजादी की लड़ाई के लिए महात्मा गांधी ने जो किया, उसी तरह के जज्बे की जरूरत है।