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अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थर लाया जा रहा है, जो इस बात का संकेत करता है कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ यह शिलाएं पूजी जा रही हैं और इन्हें यही से रामसेवकपुरम भेजा जाएगा. शिलाओं को सीधे निर्माणस्थल पर यहीं से भेजा जाएगा.
रामजन्मभूमि न्यास की ओर से यह ऐलान किया जा चुका है कि अब मंदिर बनाने का सही समय आ गया है. जिसके बाद ही शिलाओं का लाए जाने का काम शुरू हो गया है. हालाँकि बाबरी मस्जिद मामले में इसके पक्षकार हासिम अंसारी का कहना है कि मामला उच्चतम न्यायलय में है, और न्यायलय का जो भी फैसला आएगा वे उसे मानने के लिए तैयार हैं. साथ ही उन्होंने सरकार से शिला पूजन प्रक्रिया को रोकने की अपील भी की है. उनका मानना है कि चूँकि यह मामला अभी न्यायालय में है, इसलिए सरकार को इस सम्बन्ध में आवश्यक हस्तक्षेप करना चाहिए.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ राम मंदिर निर्माण के लिए करीब 2.25 लाख क्यूबिक फुट पत्थरों की जरूरत है और करीब 1.25 लाख क्यूबिक फुट पत्थर अयोध्या में बने वीएचपी मुख्यालय में तैयार रखे हैं शेष एक लाख क्यूबिक फुट पत्थर देश भर से इकट्ठा किए जाने हैं.
रामंदिर निर्माण मामले में साधु-संतों ने यह संकेत दे दिया है कि अब वे राज्यसभा में बहुमत का इंतज़ार नहीं कर सकते. हालाँकि इस घटनाक्रम के बाद से ही पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है. महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि मंदिर निर्माण जल्द शुरू करवाने को लेकर धर्माचार्यों का एक दल जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेगा. ज्ञात हो कि विश्व हिन्दू परिषद ने इसी वर्ष जून में ने ऐलान किया था कि वो मंदिर निर्माण के लिए देश भर से पत्थर इकट्ठा करेगी.