बरेली। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने चार साल का बैचलर ऑफ एजुकेशन (बीएड) कोर्स तैयार किया है। जिसमें इंटरमीडिएट के बाद प्रवेश मिलेगा। अगले शैक्षिक सत्र 2020-21 से इसमें प्रवेश होंगे। एनसीटीई ने उत्तर प्रदेश में कोर्स संचालित करने की अनुमति प्रदान कर दी है।
प्रदेश में चार साल के बीएड कोर्स की अनुमति मिलते ही शासन ने विश्वविद्यालयों को पत्र जारी किया है। इस उद्देश्य से कि मान्यता के लिए एनसीटीई की वेबसाइट पर आवेदन करें। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने बरेली-मुरादाबाद स्थित बीएड कॉलेजों को निर्देशित किया है कि एनसीटीई में आवेदन की अंतिम तिथि 31 जुलाई है इसलिए कॉलेज आवेदन कर दें।
दो साल का जारी रहेगा बीएड
रुविवि में बीएड के विभागाध्यक्ष व राज्य बीएड प्रवेश परीक्षा के समन्वयक प्रो। बीआर कुकरेती के मुताबिक चार साल का बीएड कोर्स इंटरमीडिएट के छात्रों के लिए है। अभी स्नातक पास आउट विद्यार्थियों के लिए जो दो साल का बीएड कोर्स चल रहा है। वह जारी रहेगा।
बदलेगी शिक्षक की सूरत
रुविवि में बीएड विभाग के शिक्षक डॉ। रामबाबू के मुताबिक चार साल का बीएड कोर्स शिक्षण व्यवस्था में बड़ा बदलाव लाएगा। क्योंकि जो विद्यार्थी वाकई शिक्षक बनना चाहते हैं। वह इंटरमीडिएट के बाद इसमें प्रवेश लेंगे।
बीएलएड कोर्स भी हुआ सफल
रुविवि ने दो साल पहले बैचलर ऑफ इलिमेंट्री एजुकेशन-बीएलएड कोर्स शुरू किया था। पहले साल 1200 सीटों पर बारह हजार के आस-पास आवेदन आए। इस बार भी पांच हजार आवेदन आए हैं। यानी बीएलएड कोर्स विद्यार्थियों को रास आ रहा है।
4 साल के बीएड कोर्स के लिए एनसीटीई की वेबसाइट पर आवेदन प्रक्रिया चल रही है। कॉलेज, निर्धारित तिथि से पहले आवेदन कर दें। -डॉ। सुनीता पांडेय, कुलसचिव रुविवि