लेबनान-सीरिया पेजर विस्फोट कांड: क्या मोसाद की थी खुफिया साजिश?

नृपेन्द्र कुमार मौर्य| navpravah.com 

नई दिल्ली| मंगलवार को लेबनान और सीरिया के कुछ इलाकों में अचानक हुए सिलसिलेवार पेजर विस्फोटों ने दहशत फैला दी। लगभग एक घंटे तक इन क्षेत्रों में कई पेजर विस्फोट होते रहे, जिनमें कई लोग घायल हुए और अफरातफरी मच गई। कुछ घटनाओं में, पेजर जेब में फट गया तो कहीं हाथ में पेजर में विस्फोट हो गया। इस हादसे से हर तरफ चीख-पुकार मच गई और राहत एवं बचाव दल मौके पर पहुंचे।

लेबनान के चरमपंथी संगठन हिजबुल्लाह ने इन पेजर विस्फोटों के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। संगठन का दावा है कि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने इन विस्फोटों को अंजाम दिया है। हिजबुल्लाह के मुताबिक, इजरायल ने ताइवान से खरीदे गए पेजरों में पहले ही विस्फोटक सामग्री फिट कर दी थी, जिससे यह विस्फोट संभव हो सके।

मोसाद का खुफिया ऑपरेशन और ताइवान की कंपनी पर सवाल

न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने हिजबुल्लाह के खिलाफ अपने खुफिया ऑपरेशन के तहत पेजरों में विस्फोटक प्लांट किए थे। हिजबुल्लाह ने ताइवान की Gold Apollo नामक कंपनी से लगभग 3000 पेजर का ऑर्डर दिया था। लेकिन इन पेजरों को लेबनान पहुंचने से पहले ही मोसाद द्वारा छेड़छाड़ की गई थी।

अमेरिकी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि पेजरों का AP924 मॉडल था, जिनमें हर पेजर पर 1-2 औंस विस्फोटक फिट किया गया था। विस्फोटक को पेजर में लगी बैटरी के पास लगाया गया था ताकि इसे आसानी से डिटेक्ट न किया जा सके। रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलवार को दोपहर 3:30 बजे पेजरों पर एक संदेश आया, जिसने इन पेजरों में लगे विस्फोटक को एक्टिवेट कर दिया।

विस्फोट से पहले पेजरों से कुछ सेकंड तक बीप की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद धमाके हुए। सूत्रों के मुताबिक, मोसाद ने पेजरों में एक छोटा इलेक्ट्रॉनिक बोर्ड इंजेक्ट किया था, जिसमें PETN नामक विस्फोटक था। इस प्रकार के विस्फोटक को किसी डिवाइस या स्कैनर से आसानी से डिटेक्ट करना मुश्किल होता है।

इजरायली खुफिया ऑपरेशन और PETN विस्फोटक

स्काई न्यूज अरबिया की रिपोर्ट के अनुसार, मोसाद ने पेजरों में PETN नामक विस्फोटक फिट किया था, जो बैटरी के तापमान को बढ़ाकर विस्फोट करता है। यह विस्फोटक इतना सूक्ष्म था कि इसका वजन 20 ग्राम से भी कम था, फिर भी यह भारी नुकसान पहुंचाने में सक्षम था।

यह पहली बार नहीं है जब मोसाद ने इस प्रकार का हमला किया हो। 1996 में, इजरायल ने हमास के नेता याहया अयाश की हत्या के लिए उनके फोन में 15 ग्राम RDX विस्फोटक प्लांट किया था, जिसने उनकी मृत्यु हो गई थी।

ताइवान की कंपनी का इनकार

विस्फोटों के बाद Gold Apollo कंपनी के संस्थापक और चेयरमैन Hsu Ching Kuang ने बयान जारी कर कहा कि उनकी कंपनी ने ये पेजर नहीं बनाए थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि यूरोप की एक अन्य कंपनी के पास उनके ब्रांड का उपयोग करने का अधिकार है और वही पेजर की आपूर्ति के लिए जिम्मेदार थी।

लेबनान और सीरिया में हुए इन पेजर विस्फोटों ने सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि हिजबुल्लाह ने इन विस्फोटों के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन ताइवान की कंपनी की भूमिका पर भी जांच हो रही है। मोसाद की इस ऑपरेशन में कथित संलिप्तता और ताइवान की कंपनी द्वारा जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने के बाद इस मामले में और गहराई से जांच की जरूरत है ताकि सच्चाई का पता चल सके।

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