New Delhi. जापान के ओसाका में G-20 सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात हुई। इस बैठक में पीएम मोदी और ट्रंप में चार मुद्दों मसलन, ईरान, 5जी, द्विपक्षीय संबंध और रक्षा पर बातचीत हुई।
इस मुलाकात के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को लोकसभा चुनाव में जीत के लिए बधाई भी दी। मोदी और ट्रंप के बीच यह बैठक इसलिए भी अहम है क्योंकि काफी समय से दोनों देशों के बीच टैरिफ को लेकर विवाद जारी है।
बता दें कि जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पीएम मोदी जापान के ओसाका में गए हुए हैं। जापान में पीएम मोदी का भारतीय समुदाय ने गर्मजोशी से स्वागत किया। साथ ही पीएम मोदी का उनके जापानी समकक्ष शिंजो अबे ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया था। बुलेट ट्रेन परियोजना और भगोड़े आर्थिक अपराधियों सहित कई विषयों पर चर्चा के लिए दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय शिखर बैठक की थी।
बैठक में राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि ‘हम लोग काफी अच्छे दोस्त हो गए हैं, हमारे देशों में इससे पहले कभी इतनी नजदीकी नहीं हुई। मैं ये बात पूरे भरोसे से कह सकता हूं। हम लोग कई क्षेत्रों में खासकर मिलिटरी में मिलकर काम करेंगे. आज हमलोग कारोबार के मुद्दे पर भी बात कर रहे हैं।
इससे पहले भारत, अमेरिका और जापान के बीच त्रिपक्षीय बैठक हुई। इस बैठक में पीएम मोदी ने ‘जय’ का नारा दिया। ‘जय’ यानी जापान, अमेरिका और इंडिया। साथ ही पीएम मोदी ने जय का मतलब जीत समझाया।
त्रिपक्षीय बैठक के दौरान ट्रंप ने कहा कि मैं मोदी को शानदार जीत पर बधाई देता हूं। मैं शिंजो आबे को भी जीत की बधाई देता हूं। आप दोनों अपने देश के लिए शानदार काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि ‘न्यू इंडिया में भारत और जापान के बीच संबंध और मजबूत होंगे। उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बनने के लिये प्रवासी भारतीयों का शुक्रिया अदा किया। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में 61 करोड़ मतदाताओं ने हिस्सा लिया।
मोदी ने जापान के कोबे में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ”जब दुनिया के साथ भारत के संबंधों की बात आती है तो जापान का इसमें महत्वपूर्ण स्थान है। यह सदियों पुराना संबंध है। एक-दूसरे की संस्कृति और सभ्यता के प्रति अपनेपन, सद्भाव और सम्मान की भावना है।
मोदी ने कहा, ”लगभग दो दशक पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और जापानी प्रधानमंत्री योशिरो मोरी ने साथ मिलकर हमारे संबंधों को वैश्विक भागीदारी का रूप दिया। साल 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मुझे मेरे प्रिय मित्र शिंजो आबे के साथ हमारी मैत्री को प्रगाढ़ करने का मौका मिला। मोदी ने कहा, ”न्यू इंडिया में ये रिश्ते और प्रगाढ़ होंगे।
भारत में हाल में संपन्न चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिये प्रवासी भारतीयों का शुक्रिया अदा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां जापान से कई भारतीय भारत आए और क्षेत्र में काम किया, वहीं कई लोगों ने ट्विटर जैसे सोशल मीडिया मंचों पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया के बारे में संदेश फैलाया।
उन्होंने कहा कि 61 करोड़ मतदाताओं, 10 लाख मतदान केंद्र, 40 लाख से अधिक ईवीएम और 8000 से अधिक उम्मीदवार दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाग लेने वाले मतदाताओं की संख्या चीन को छोड़कर लगभग सभी देशों की आबादी से अधिक है।