मेधा सिंह| navpravah.com
नई दिल्ली | भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच 1-3 नवम्बर के बीच भारत में चल रहे टेस्ट मैच में भारत को बुरी हार का सामना झेलना पड़ा है। भारत की इस हार ने बीसीसीआई को एक्शन लेने पर मजबूर कर दिया है। न्यू ज़ीलैंड ने भारत को टेस्ट मैच में 3-0 से हराकर सबको अचंभित कर दिया है। तीसरे टेस्ट मैच में भारत को 147रन का स्कोर मिला था लेकिन भारत 121 रन पर ऑल आउट हो गई और 25 रन से ये मैच भी हार गई । किसी को उम्मीद नहीं थी न्यू ज़ीलैंड के खिलाफ भारत इस टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप हो जाएगा । न्यूज़ीलैंड के एजाज़ पटेल प्लेयर ऑफ द मैच बने उन्होंने तीसरे टेस्ट में 11 विकेट लिए और विल यंग प्लेयर ऑफ द सीरीज बने।
विराट और रोहित से मिली निराशा
विराट कोहली ने तीसरे टेस्ट की पहली इनिंग में 4 रन और दूसरे इनिंग में 1 रन बनाया वहीं उन्होंने पूरे टेस्ट सीरीज में 15.5 के एवरेज के साथ 93 रन और रोहित शर्मा ने 15.16के एवरेज के साथ 91 रन बनाए। विराट कोहली का पूरे टेस्ट सीरीज में हाइएस्ट स्कोर 70 रन है वहीं रोहित शर्मा का 52 रन है।
वॉशिंगटन सुंदर ने पूरे टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन दिया है।उन्होंने पहला टेस्ट मैच नहीं खेला पर बाकी दोनों मैच में उन्होंने कुल 16 विकेट और 89 रन बनाए।ऋषभ पंत और शुभमन गिल ने भी अच्छी बल्लेबाजी की।सरफराज खान ने पहले टेस्ट मैच में शतक लगाया था।भारत की बल्लेबाजी काफी ढीली दिखाई दी और ताल मेल में कमी थी। गेंदबाजी में भी न्यूज़ीलैंड ने भारत को पछाड़ दिया।
भारत ने पहले टेस्ट मैच की पहली इनिंग में 46 रन पर ऑल आउट हो गए थे जो कि भारत का भारत में आज तक का सबसे कम स्कोर है।इस हार के बाद रोहित शर्मा की कप्तानी और गौतम गंभीर की कोचिंग पर भी सवाल उठने लगे हैं।
1932से ले कर आज तक 92 सालों में भारत कभी अपनी सरजमीं पर टेस्ट सीरीज के तीनों मैच नहीं हारा है । आज तक भारत कभी न्यू ज़ीलैंड से भारत में टेस्ट सीरीज नहीं हारी थी । 1988 से ले कर आज तक न्यू ज़ीलैंड भारत में कभी भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज नहीं जीती थी लेकिन इस बार न्यू ज़ीलैंड ने पलटफेर कर दिया।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए भारत की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैच में 4-0 से जीत हासिल करनी।पड़ेगी वरना उन्हें बाकी टीमों के नतीजों पर निर्भर रहना पड़ेगा।
रोहित शर्मा ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए बोला कि एक टेस्ट मैच या सीरीज हारना कभी भी आसान नहीं होता है। टीम ने अपना बेस्ट क्रिकेट नहीं खेला और कई गलतियां की। पंत, गिल और वॉशिंगटन सुंदर ने हमें दिखाया कि ऐसे समय में कैसे बल्लेबाजी करनी चाहिए।टीम को लीड करने में और बल्लेबाजी में उनसे चूक हो गई और भारतीय टीम एक यूनिट के तौर पर फ़ेल हो गई।