हालांकि अभी बिहार विधान सभा चुनाव के तारीखों की घोषणा होना बाकी है, लेकिन भाजपा ने अपनी तैयारियां शुरू कर दि है. इसी के तहत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 11 सितंबर को बिहार आ रहे हैं। वह दो दिन बिहार में रहेंगे और पार्टी पदाधिकारियों और नेताओं को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए गुरु मंत्र देंगे। 12 सितंबर को नड्डा मुजफ्फरपुर शहर में पार्टी की एक बैठक में हिस्सा लेंगे। वह मुजफ्फरपुर और आसपास के 25 विधानसभा क्षेत्र के प्रभारियों, तीन जिलाध्यक्ष और उस क्षेत्र के पार्टी पदाधिकारियों, विधायकों और सांसदों के साथ बैठक करेंगे। यह बैठक चुनाव की तैयारियों से जुड़ी होगी, जिसमें वह पार्टी नेताओं को तैयारियों से जुड़े निर्देश देंगे और इसकी समीक्षा करेंगे।
– सहयोगी पार्टियों से भी करेंगे चर्चा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुजफ्फरपुर से पहले पटना से सीधे दरभंगा जाएंगे। 12 सितंबर को दरभंगा में पूसा कृषि विश्वविद्यालय में मखाना किसानों के साथ मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात के दौरान उनके साथ कृषि वैज्ञानिक भी होंगे और उनके साथ वह मखाना पर बातचीत करेंगे। नड्डा मखाना के क्षेत्र में जुड़ी संभावनाओं पर बात करेंगे।
– 12 को दरभंगा, मुजफ्फरपुर का दौरा कर दिल्ली लौटेंगे
12 सितंबर को दरभंगा और मुजफ्फरपुर दौरे के बाद जेपी नड्डा वापस दिल्ली लौट जाएंगे। जेपी नड्डा का यह दो दिवसीय बिहार दौरा कई मायनों में खास माना जा रहा है। यह कहा जा सकता है कि यह दौरा बीजेपी के लिए चुनाव प्रचार की विधिवत शुरुआत है। नड्डा सहयोगी पार्टियों के साथ सीटों के तालमेल को लेकर बात कर सकते हैं।
– 120 प्रचार रथ मैदान में उतारे जाएंगे
प्रचार रथ पर 72 इंच का टीवी स्क्रीन लगा है। इसके जरिए भाजपा के नेता लोगों को संबोधित करेंगे और जन-जन तक भाजपा का प्रचार अभियान पहुंचेगा। भाजपा के इस कार्यक्रम के तहत करीब 120 रथों को पूरे बिहार में रवाना किया जाना है। 12 सितंबर को इसकी शुरुआत होगी और कुछ रथों को जेपी नड्डा कार्यक्रम के दौरान रवाना करेंगे।
– चुनाव के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष के 10 दौरे
बीजेपी इस पूरे चुनाव प्रचार में अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के करीब 10 ऐसे दौरों को तय कर चुकी है। वह हर बार 25 विधानसभाओं के नेताओं के साथ अलग-अलग जगह पर बैठक करेंगे और इस तरह से बीजेपी सभी विधानसभा क्षेत्रों तक राष्ट्रीय अध्यक्ष जाएंगे। कोरोना वायरस का असर भी इन बैठकों पर दिखेगा। बैठकों में यह विशेष तौर से ध्यान रखा जाना है कि इनमें 50 से अधिक लोग शामिल न हो पाएं।