बेरहम चिकित्सकों ने ली शिवशक्ति की जान, ज़बरदस्ती किया डायलिसिस

पारुल पाण्डेय,

मुम्बई: विरार में रहनेवाली सोनिया प्रभाकर आज भी उस दिन को कोसती हैं, जब वह अपने पति शिवशक्ती प्रभाकर को उनके इलाज के लिए विजय वल्लभ नामक एक निजी अस्पताल में ले गई थीं। दरअसल शिवशक्ती को डायबिटीज समेत कई दिक्कतें थी। जिनका इलाज डॉ. लिनस रोड्रिग्ज कर रहे थे, डॉ. रोड्रिग्ज के ही कहने पर सोनिया अपने पति को विजय बल्लभ अस्पताल लेकर गईं। सोनिया ने डॉ. रोड्रिग्ज और अस्पताल की मिलीभगत बताते हुए अपने पति की मौत का ज़िम्मेदार इन्हें ठहराया है।

दरअसल सोनिया के पति शिवशक्ति के शरीर में पानी भरने के चलते सोनिया 15 जुलाई की सुबह अपने पति को विरार स्थित नजदीकी अस्पताल में ले गई। अस्पताल में लगातार चार दिन यानि 15 से 18 जुलाई तक चिकित्सकों ने सोनिया के पति को आईसीयू में रखकर इलाज किया। अस्पताल का बिल उम्मीद से ऊपर हो जाने के चलते, सोनिया ने अपने पति को जनरल वार्ड शिफ्ट करवा दिया। ऐसे में सोनिया जब खाना लेने के लिए अपने घर लौटी तो अस्पताल प्रशासन ने बिना सोनिया को बताए उनके पति का डायलसिस किया। सोनिया ने आरोप लगाया कि इसी बीच डॉक्टरों द्वारा हुई लापरवाही के कारण उनके पति को ज्यादा ब्लीडिंग होने लगी और कुछ ही घंटों बाद मरीज ने अपनी जान गंवा दी।

पत्नी की गैरमौजूदगी में किया डायलसिस-

शिवशक्ती प्रभाकर की पत्नी सोनिया बताती हैं कि अस्पताल प्रशासन ने उनको 19 जुलाई की दोपहर 3 बजे थर्ड डायलसिस करने की बात कही थी। जबकि अस्पताल प्रशासन बिना उन्हें जानकारी दिए आनन-फानन में सोनिया के जाने के बाद 12 बजे ही उनके पति का डायलसिस करने लगा। सोनिया ने कहा कि उनके पति ने उन्हें 3 से 4 बार फोन करके यह बात बताने की कोशिश भी की, लेकिन इन्होंने जल्द आने की बात कहकर फोन रख दिया।

मरीज को छुट्टी देकर झाड़ा पल्ला-

सोनिया ने आगे बताया कि जब वह अस्पताल पहुची तो उनके पति को ब्लीडिंग शुरू थी जो रुकने का नाम नहीं ले रही थी। ऐसे में अस्पताल ने कुछ उपाय करके ब्लीडिंग रोकी और मरीज को छुट्टी देकर अपना पल्ला झाड़ लिया। जिसके बाद घर पहुँचने पर मरीज की हालत और बिगड़ने लगी। ज्यादा ब्लीडिंग होने के बाद मरीज को बेहोशी होने लगी, जिसके बाद उसने दम तोड़ दिया।

जल्दबाजी और लापरवाही का नतीजा-

अस्पताल प्रशासन से इस बात की शिकायत करने पर उन्होनें कुछ फॉर्मेलिटीज के बाद सोनिया को डेथ सर्टिफिकेट थमा दिया। सोनिया का आरोप है कि अस्पताल की जल्दबाजी और लापरवाही के चलते उनके पति है की जान गई है। जिसके लिए वह आगाशे पुलिस स्टेशन में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ एफआईआर भी करेंगी।

इस मामले में डॉ. रोड्रिग्स, जिन्होंने शिवशक्ति विजय बल्लभ हॉस्पिटल ले जाने की सलाह दिया था, उहोने अपना बचाव करते हुए खुद को पाक साफ़ बताया। डॉ. रोड्रिक्स ने कहा कि इस पूरे मामले में उनकी कोई गलती नहीं है। डॉ. रोड्रिक्स ने कहा कि “मामले की जानकारी को रिपोर्ट देखकर समझा जा सकता है। शिवशक्ति को डायलिसिस की आवश्यकता थी, इसीलिए सलाह दी गई।” विजय बल्लभ अस्पताल में जब इस मसलेपर बात करने के लिए फोन किया गया तो अस्पताल के किसी भी प्रशासनिक अधिकारी से बात नहीं हो पाई।

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