कौन हैं नायब सिंह सैनी, जिन्हें मिली हरियाणा की कमान ?

नृपेंद्र मौर्य | navpravah.com

नई दिल्ली | लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में सियासी उथल-पुथल देखने को मिला। मंगलवार, 12 मार्च की सुबह हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही उनकी पूरी कैबिनेट ने भी राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा, जिसे तुरंत स्वीकार भी कर लिया गया। खट्टर के इस्तीफे के बाद अब नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने आज शाम मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

कौन हैं नायाब सिंह सैनी ?

नायब सिंह सैनी का जन्म अम्बाला के गांव मीज़ापुर माजरा में 25 जनवरी, 1970 को हुआ था। वो अंबाला जिले के नारायणगढ़ विधानसभा के गांव मिर्जापुर के रहने वाले हैं। नायब सिंह सैनी की उम्र 54 साल है। उन्होंने मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई की है। वो एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने मुज़फ़्फ़रपुर (बिहार) के बी.आर.अम्बेडकर बिहार यूनिवर्सिटी से भी शिक्षा हासिल की।

नायब सिंह सैनी का राजनीतिक सफ़र-

हरियाणा के नए मुख्यमंत्री नायब सिंह बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष और कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से BJP सांसद हैं। पिछले साल यानि अक्टूबर, 2023 में पार्टी ने उन्हें राज्य प्रमुख के तौर पर नियुक्त किया था।

अगर बात करें नायब सिंह के राजनीतिक सफर की तो उन्होंने सन् 1996 में सियासत में अपना पहला कदम रखा था। उन्होंने राजनीतिक करियर की शुरुआत BJP संगठन में एंट्री के साथ की थी और 2000 तक यहां कामकाज किया। इस दौरान वह संगठन में अलग-अलग पदों पर रहे। फिर 2002 में नायब सिंह अंबाला में युवा विंग के जिला महासचिव रहे। इसके बाद 2005 में वह अंबाला में जिला अध्यक्ष बनाए गए। काम के प्रति लगन-भाव को देखते हुए 2009 में उन्हें हरियाणा में बीजेपी किसान मोर्चा के राज्य महासचिव बनाया गया। 2012 में एक और प्रमोशन मिलने के बाद नायब सिंह को अंबाला बीजेपी जिला अध्यक्ष बनाया गया। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग पदों पर सेवाएं दीं।

नायब सिंह का राजनीतिक सफर तब चमक उठा, जब वह 2014 में पहली बार अंबाला की नारायणगढ़ विधानसभा से विधायक बने। फिर 2016 में उनको हरियाणा सरकार में श्रम-रोजगार मंत्री बनाया गया। इसके अलावा वह खान और भूविज्ञान मंत्री और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री भी रहे हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह को 3 लाख 84 हजार 591 वोटों से हराकर जीत हासिल की थी। इस चुनाव में नायब सैनी को 6 लाख 88 हजार 629 वोट मिले थे, वहीं निर्मल सिंह को सिर्फ 3 लाख 84 हजार 591 वोट हासिल हुए थे।

मनोहर लाल खट्टर के है करीबी-

कहा जा रहा है नायब सिंह सैनी मनोहर लाल खट्टर के बेहद करीबी और इनकी बीजेपी संगठन में काफी पहुंच हैं। बताया जाता है 2019 में जब सैनी सांसद बने तो BJP ने न सिर्फ 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की, बल्कि पार्टी उम्मीदवारों ने बड़े अंतर से प्रत्याशियों को हराया था।

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