New Delhi। देशभर में प्याज के दामों में बेतहाश वृद्धि से मोदी सरकार भी चिंतित है। इसी संदर्भ में आज शाम गृह मंत्री Amit Shah की अगुवाई में एक हाईलेवल मीटिंग बुलाई गई है। मंत्रियों के समूह की इस अहम बैठक में Amit Shah के अलावा केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान, कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर मौजूद होंगे। इस बैठक में प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारी भी शामिल होंगे। इस बैठक में प्याज की कीमतों पर काबू पाने के लिए तुरंत कदम उठाने पर चर्चा होगी।
वहीं, प्याज़ के बढ़ते दामों पर खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने ट्वीट कर सफ़ाई दी कि बाजार में प्याज की बढ़ी कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इस बार मॉनसून में एक महीने की देरी के कारण प्याज की बुवाई में देरी भी हुई और पिछले साल से कम रकबे में बुवाई हुई। जिसके कारण उत्पादन घटा और नई फसल के भी बाजार में आने में देर हो रही है।
उन्होंने कहा कि प्याज उत्पादक प्रमुख राज्यों कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान में काफी ज्यादा बारिश होने के कारण प्याज की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है, नतीजतन प्याज का उत्पादन 26% कम हुआ है।
प्याज (Onion) की कीमतें आसमान छू रही हैं। आलम यह है कि आम जनता अब प्याज के नाम से भी डरने लगी है। कोलकाता (Kolkata) में तो प्याज के दामों में आग ही लग गई है। यहां खुदरा बाजार में 160 रुपए प्रति किलो प्याज बिक रहा है। देश के अन्य राज्यों की बात करें तो दिल्ली-एनसीआर, महाराष्ट्र समेत ओडिशा और आंध्र प्रदेश में प्याज 120 से लेकर 140 रुपए प्रति किलो बिक रहा है।
जानकारी के मुताबिक बुधवार (4 दिसंबर) शाम तक प्याज के दाम 140 रुपए प्रति किलो थे, जो गुरुवार सुबह 20 रुपए बढ़कर 160 रुपए हो गए। वहीं एक बोरे प्याज की कीमत थोक बाजार में 4800 रूपए थी। मंगलवार रात को आंध्र प्रदेश से बंगाल में 21 ट्रक प्याज पहुंचे थे लेकिन बुधवार रात को सिर्फ 11 ट्रक ही पहुंचे जिसके कारण रातों रात प्याज की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिला।