कुआलालंपुर: मज़हबी विद्यालय में लगी भीषण आग, झुलसने से 25 की मौत

kuala-lumpur-25-dead-due-to-scorching-heat-in-religious-school
एनपी न्यूज़ नेटवर्क | Navpravah.com 
मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर के धार्मिक स्कूल में आग की वजह से 25 लोगों की मौत हो गयी. आग मलेशिया में गुरुवार को करीबन 05:15 पर (भारतीय समयानुसार बुधवार रात पौने दस) लगी. इस हादसे में 23 स्कूल के बच्चों की और 2 वार्डन की मौत हुई. वहाँ के अधिकारियों ने कहा कि यह देश में अभी तक हुई आगजनी की सबसे भीषण घटनाओं में से एक है.
सूत्रों के मुताबिक गुरुवार सुबह लगी इस आग के कारणों का पता नहीं चल सका है. तहफीज दारुल कुरान इत्तिफाकिया नाम का यह धार्मिक स्‍कूल राजधानी के बीचों बीच स्‍थित है.  स्‍कूल के दो मंजिला इमारत में आग सुबह से पहले लगी. दमकल कर्मी तुरंत ही मौके पर पहुंचे और करीब एक घंटे में आग पर काबू पा लिया गया लेकिन इससे पहले ही भयानक तबाही मच चुकी थी.अग्निशमन एवं बचाव विभाग के निदेशक खीरुदीन द्रहमान ने मीडिया से कहा, ”इतने सारे लोगों के मारे जाने की बात समझ नहीं आती, जिस वक्त आग लगी, उस वक्त बच्चे सो रहे थे.
कुआलालंपुर के फायर एंड रेस्क्यू डिपार्टमेंट के डायरेक्टर खिरुदिन द्रहमन ने ने बताया कि हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई है. कुछ बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, बच्चों ने दम घुटने की शिकायत की थी. 7 बच्चों को अस्पताल ले जाया गया है, वहीं 11 को स्कूल से निकाला गया है. इस स्कूल में 5-18 साल के छात्र पढ़ते हैं.
प्रदेश के उपमंत्री लोगा बाला मोहन ने कहा, “हम मरने वाले छात्रों के साथ सहानुभूति रखते हैं. यह हाल के वर्षों में राजधानी में हुए सबसे बड़े घटनाओं में से एक है.”उन्होंने आगे बोला, “हम तत्काल चाहते हैं कि पुलिस तुरंत घातक हादसे के कारणों की जांच करें ताकि भविष्य में इस तरह की आपदाओं को रोका जा सके.
हाल के दिनों में लगातार आग लगने की घटनाओं पर मलेशियाई प्रशासन ने निजी स्कूलों के सुरक्षा उपायों पर अपनी चिंता जताई है. स्थानीय मीडिया में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक 2015 से अब तक 211 बार आग लगने की ऐसी घटनाएं हुई हैं. हो सकता है कि पिछले 20 सालों में ये सबसे बड़ी आग लगने की घटना है. एक ट्विटर यूजर ने घटना का वीडियो शेयर की है. मलेशियाई के प्रधानमंत्री नजीब रज़ाक ने ट्वीट कर इस घटना पर दुख जताया.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.