नहीं जीते पदक, पर जीते देश का दिल

​शिखा पाण्डेय | Navpravah.com

विश्व चैंपियनशिप की भाला फेंक प्रतियोगिता के फाइनल में पहली बार पहुँचने वाला भारत मैडल से चूक गया है। प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय देविंदर सिंह कंग फाइनल राउंड में 12वें स्थान पर रहे। जर्मनी के जोहानेस वेटर ने 89.89 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास से गोल्ड जीता जबकि चेक गणराज्य के दो ऐथलीट जाकुब वाडलेजिच (89.73 मीटर) और पेट्र फ्रिडिच (88.32 मीटर) ने क्रमश: सिल्वर और ब्रोंज पदक अपने नाम किया।

 कंग ने पहले प्रयास में 75.40 मीटर से शुरुआत की और 13 ऐथलीटों में अपने दूसरे प्रयास में फाउल कर बैठे। तीन राउंड के बाद वह बाहर हो गए। उल्लेखनीय है कि लंदन में जारी वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत के देविंदर सिंह कंग ने भाला फेंक प्रतियोगिता के फाइनल में जगह बनाकर इतिहास रचा था। वह ऐसा करने वाले पहले भारतीय बन थे। कंग 28 मई में कंधे की चोट से जूझ रहे थे। इसके बावजूद उन्होंने कमबैक कर फाइनल में अपना स्थान पक्का किया। कंग ने तीसरे प्रयास में 84.22 मीटर भाला फेंक कर यह कीर्तिमान स्थापित किया था।

दूसरी ओर महिला वर्ग में चेक गणराज्य की बारबोरा स्पोताकोवा ने यहां जारी आईएएएफ विश्व चैम्पियनशिप में महिलाओं की भालाफेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। स्पोताकोवा ने दूसरी बार विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।

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