फ़िल्म देखकर आप कहेंगे, कुछ तो बदलाव होना चाहिए -भूमि पेडनेकर

 कोमल झा | Navpravah.com
2015 में ‘दम लगा के हईशा’ के साथ बॉलीवुड में कदम रखा, निर्देशक जोया अख्तर की शार्ट फिल्म में भी नज़र आई और अब ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ और ‘शुभ मंगल सावधान’ में नज़र आएँगी। अभिनेत्री भूमि पेडनेकर का कहना है कि उन्हें अपने चुने विकल्पों पर गर्व है। भूमि पेडनेकर से नवप्रवाह ने खास बातचीत की। पेश है उनसे बातचीत के कुछ प्रमुख अंश…
१) ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ आप की दूसरी मूवी है, इस मूवी मे आप का क्या अनुभव रहा ?
मेरे लिए ये बड़ी फिल्म है, अक्षय कुमार के साथ और टॉयलेट मूवी बहुत ही मीनिंग फुल है। पहली फिल्म दम लगा के हईशा में जो मेरा रोल था, उससे बिलकुल हट के है। इस मूवी से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। मेरे लिए बहुत बड़ा अनुभव रहा, इस मूवी के लिए बहुत ही ज्यादा एक्ससिटेड हूँ।
२) ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ एक सोशल इशू बेस्ड फिल्म है, इस फिल्म में आप को क्या नयापन लगा ?
इस फिल्म की खासियत ये है, कि ये फिल्म बहुत ही खूबसूरत प्रेम कथा है। जिसकी नीव सामाजिक समस्या है, जो कि हिंदुस्तान में बहुत ही बड़ी समस्या है। सिंपल लोगों की कहानी है। बस इस लव स्टोरी मे विलन बन जाता है एक ‘टॉयलेट’। जब मैंने स्क्रिप्ट सुनी, तो उसमें एक लाइन थी जो सुन कर ही उसी समय डिसाइड कर लिया कि मुझे ये फिल्म करनी ही है। मुझे इसमें बहुत कुछ नई चीज़े जानने को मिली कि लोग रुरल  एरिया में सूरज निकलने से पहले टॉयलेट के लिए जाते हैं, फिर सूरज ढलने का इंज़ार करते हैं। लोग १० मिनट टॉयलेट न जाये तो समस्या हो जाती है। हमारे हिन्दू धर्म मे एक कहावत है कि जिस आँगन में तुलसी है वहाँ टॉयलेट नहीं होता। हमारी ये फिल्म ये सिखाएगी कि शौचालय का होना कुओं आवश्यक है।
३) आप की दोनों मूवी मे आप मैरिड हैं, तो क्या आप को ये रोल अच्छा लगता है?
हाँ, लेकिन पहले मेरा कॉलेज स्टूडेंट का रोल है। इंडिया में लड़कियों की एक उम्र में शादी कर दी जाती है. लेकिन दोनों मूवी में मैं खुद शादी करना चाहती हूँ, किसी दबाब मे आ कर शादी नहीं करती हूँ।
४) ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ कई जगह टैक्स फ्री हो गई है, इस पर आप क्या कहना चाहेंगी ?
ये फिल्म बहुत बड़ी है। फिल्म स्वच्छता अभियान पर बनी है। ये फिल्म लोगों को जागरूक करेगी, टैक्स फ्री है तो बहुत अच्छी बात है।
५) क्या आप सोशल मिरिकल हिरोइन बनना चाहती हैं?
मेरा करियर इतना नया है और ये मेरी दूसरी मूवी है, अगर मैं ऐसी हेरोइन बन भी जाऊँ जो सामाजिक समस्याओं से जुड़ी फ़िल्में करती है और उन फ़िल्मों से समाज को कुछ सीख मिल रही है तो मुझे ख़ुशी होगी।
६) अक्षय कुमार के साथ पहले दिन काम कर करके कैसा लगा?
पहले तो मुझे पता ही नहीं था कि अक्षय कुमार भी हैं, इस मूवी में। जब मुझे पता चला तो मैं थोड़ी देर के लिए हैरान हो गई, फिर अक्षय सर ने कहा कंफर्टेबल रहो, हम लोग एक ही हैं। हम बहुत अच्छे दोस्त हैं। अक्षय सर बहुत अच्छे है, सरल व्यावहारिक हैं। उनके साथ सभी कंफर्टेबल रहते थे। हम लोगों ने शूटिंग के टाइम बहुत एन्जॉय किया। हमें पता ही नहीं चला कब फिल्म की पूरी शूटिंग खत्म हो गई।
७) शूटिंग के टाइम का कोई ऐसा पल, जो आप के लिए यादगार रहे?
हम लोग बहुत ही सच्चाई के साथ काम कर रहे थे ऐसे बहुत सारे मूवमेंट होते थे। एक दिन ऐसा हुआ कि अक्षय सर और मुझे एक नदी मे कूदना है। एक गाने के कट में था वो नदी बहुत ही गन्दी जगह थी, आस पास इतनी हरी हरी चीज़े निकली थी वो देख कर मैं बहुत बेचैन थी। मैंने अपने टीम को परेशान किया। मैं पुरे दिन टॉर्चर होती रही फिर जब मै शूट के लिए तैयार थी तो तभी बोला कि कूदना मत मजाक था।
८) क्या आप को सोशल वर्क मे रूचि है ?
हाँ, क्योंकि मै एक ऐसे परिवार से हूँ, जहाँ हम बचपन से ही सामाजिक रूप से जागरूक रहे और कहा गया अपना काम स्वयं करो और हम लोग स्वेच्छा से सामाजिक कार्य करते आ रहे है।
९) आप की पहली फिल्म बॉक्सऑफिस पर बहुत चली, क्या टॉयलेट उससे ज्यादा धमाल कर पायेगी ?
हाँ, ये बहुत अच्छी मूवी है, लोगों को कुछ सीखने को मिलेगा। ये मूवी लोगों तक पहुंचनी चाहिए। मूवी देखने के बाद भारतीय नागरिक होने के नाते आप कहेंगे कुछ तो बदलाव होना चाहिए। उम्मीद है मूवी बढ़िया प्रदर्शन करे।

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