‘शुभ मंगल सावधान’ -फ़िल्म समीक्षा

नवप्रवाह रेटिंग – 3.5  ★★★/ 
फिल्म ‘शुभ मंगल सावधान’
कलाकार: आयुष्मान खुराना, भूमि पेडनेकर, सीमा पहवा, ब्रिजेंद्र
निर्देशक: आरएस प्रसन्ना
निर्माता: आनंद एल. राय
अमित द्विवेदी । Navpravah.com
इन दिनों बड़े बजट की फिल्मों का बड़ा बुरा हाल है, वहीं कम या छोटे बजट की फ़िल्में बहुत कमाल दिखा रही हैं. जनता ने भी आजकल बड़े सितारों की जगह कहानी, अभिनय और साफ़ सुथरी फिल्मों को तवज्जों देनी शुरू कर दी है. इसी फेहरिस्त में भूमि पेडनेकर और आयुष्मान खुराना की फिल्म शुभ मंगल सावधान भी रिलीज़ हुई है, जो आम फ़हम ज़िन्दगी की गुदगुदाती हुई कहानी है.
कहानी- 
फिल्म की कहानी आयुष्मान यानि मुदित और भूमि यानि सुगंधा इन्हीं के इर्द गिर्द घूमती है. दोनों दिल्ली में ही अलग अलग कंपनी में काम करते हैं, लेकिन लंच के समय नीचे चाय की दूकान और खाने की तंग गलियों में एक दूजे को चुपके चुपके देखते हैं. बात दोनों एक दूसरे से करना चाहते हैं, लेकिन मुदित डरपोक टाइप का है, जैसे अक्सर मिडिल क्लास फैमिली के बच्चे होते हैं, और भूमि लड़की है इसलिए वो पहल कैसे करे.
खैर, एक दिन मुदित हिम्मत करके अपने दिल की बात कहने जाता रहता है, तभी तमाशा दिखा रहे मदारी का भालू मुदित का पैर पकड़ के घूमने लगता है और सुगंधा खूब हंसती है और यहीं से दोनों का प्यार हो जाता है खुल्लमखुल्ला. डिजिटल इंडिया की बदौलत दोनों के दूसरे के करीब आते हैं, घर वालों से मिलते हैं, लेकिन फिर भी दोनों को एक होने में तमाम अड़चनों का सामना करना पड़ता है. दोनों परिवार के नोक झोंक, मुदित-सुगंध की लव स्टोरी को बड़ी खूबसूरती से सिनेमाई रंग में रंगा है निर्देशक आरएस प्रसन्ना ने.
अभिनय-
फिल्म का हर किरदार आपको एंटरटेन करेगा. भूमि-आयुषमान से लेकर सीमा पाहवा और बिजेंद्र सब आपको गुदगुदाएंगे. कोई भी कलाकार आपको बोर करता नज़र नहीं आएगा.
हितेश कवालिया के लिखे हुए डायलॉग बहुत ही उम्दा है जो आपको हंसने पर विवश करते हैं और साथ ही साथ एक बहुत ही अहम बात हंसते खेलते हुए कह जाते हैं. हम सबने बचपन में अलीबाबा और 40 चोर की कहानी सुनी है, लेकिन फिल्म देखने के बाद जब भी अलीबाबा और 40 चोर का जिक्र होगा  तो फिल्म की याद जरूर आएगी.

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